नई दिल्ली: कोरोना वायरस के मामलों में अभूतपूर्व उछाल और स्वस्थ लोगों में कमज़ोर करने वाले लक्षण विकसित हो रहे हैं, जिससे मौजूदा चिकित्सा ढांचा चरमरा गया है. इस वक़्त अपने परिवार वालों के साथ सेवारत और सेवानिवृत्त बीएसएफकर्मियों को इलाज और पुनर्वास की जरुरत है और BSF सुविधाओं में उनका इलाज अत्यधिक चिकित्सा सुविधाओं पर बोझ न डालकर सबसे बड़ा असर डालने वाला है.
BSF ने कोविड संकट से निपटने के लिए युद्धस्तर पर काम किया है और 20 ऑक्सीजन बेड स्थापित करके अपनी सुविधा को उन्नत किया है, जिसमें से 10 बेड कोविड केयर सेंटर छावला में और 10 बेड कोविड केयर सेंटर (CCC) तिगरी में हैं. ये सभी 20 बेड ऑक्सीजन और मल्टीपारा मॉनिटर से संबंधित हैं. सीसीसी छावला की तरह सीसीसी तिगरी में 1 बेड बाय-पैप मशीन से जुड़ा है और हर 2 में वेंटिलेटर लगा हुआ है. इसके साथ ही सीसीसी छावला में 30 स्टैंडअलोन ऑक्सीजन बेड भी हैं.
इसी लाइन पर सी तिगरी में 10 स्टैंडअलोन ऑक्सीजन बेड हैं. इस तरह, BSF के गंभीर रूप से बीमार रोगियों और सेवानिवृत्त लोगों समेत उनके आश्रित परिवार के सदस्यों के प्रबंधन के लिए कुल मिलाकर हमारे पास 60 ऑक्सीजन युक्त बेड हैं. BSF के मरीजों को ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए उपरोक्त स्थानों में दो मिनी ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित करने की प्रक्रिया में हैं.
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