नई दिल्ली : सीमा सुरक्षा बल के जवान और सीमा पर खराब क्वालिटी का भोजन परोसे जाने का वीडियो जारी करने वाले तेजबहादुर सिंह की पत्नी ने उनसे भेंट कर ली है। अब जवान की पत्नी को राहत मिली है और वे इस मामले में दिल्ली उच्च न्यायालय में पहुंची। उन्होंने कहा कि तेजबहादुर से मिलकर वे संतुष्ट हुई हैं। न्यायमूर्ति जीएस सिस्तानी व न्यायमूर्ति विनोद गोयल की पीठ को दंपति की भेंट को लेकर जानकारी दी गई। गौरतलब है कि पीठ ने सरकार को निर्देश दिया था कि दोनों पति पत्नी को साथ में रहने और जहां पर सैनिक तैनात है वहां मिलने की अनुमति दी जाए।
जब तेजबहादुर की पत्नी शिविर से वापस लौटीं तो उन्होंने अभिभाषक के माध्यम से न्यायालय को कहा कि पति को तलाशने के लिए जो याचिका दायर की थी उस पर कार्रवाई करने हेतु वे किसी तरह का दबाव देना नहीं चाहती हैं। इस मामले में गौरांगकांत जो कि केंद्र सरकार और सैन्य बल के एडव्होकेट हैं। उन्होंने न्यायालय से कहा कि तेजबहादुर सिंह के पास एक नया मोबाईल फोन है और उनके परिजन से चर्चा करने पर उनपर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया है।
उन्होंने सेना की ओर से कहा कि इस जवान को बटालियन में, जम्मू कश्मीर के सांबा की कालीबाड़ी में और 88 वीं बटालियन मुख्यालय में नियुक्त किया था मगर इसे गलत तरह से कभी भी कैद नहीं किया गया था। मिली जानकारी के अनुसार पीठ द्वारा यह कहा गया कि यदि सरकार द्वारा औपचारिकताओं का पालन करते हुए ही चलते हैं, तो फिर यह कभी भी समाप्त नहीं होता।
न्यायिक पीठ ने अधिकारियों को निर्देशित किया था कि वे जवान की पत्नी से उसकी भेंट को लेकर व्यवस्था करे और उनकी पत्नी को भेंट के दौरान वहां पर किसी तरह की परेशानी न हो। जिसके बाद तेजबहादुर सिंह और उनकी पत्नी की भेंट की आवश्यक व्यवस्था की गई थी।
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