इस साल जुलाई में भारत की तीन बड़ी प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों—रिलायंस जियो, भारती एयरटेल, और वोडाफोन-आइडिया—ने अपने प्रीपेड और पोस्टपेड रिचार्ज प्लान्स की कीमतें बढ़ा दीं। इससे पूरे देश के टेलीकॉम यूज़र्स प्रभावित हुए हैं, क्योंकि इन तीन कंपनियों से देश की एक बड़ी आबादी जुड़ी हुई है।
बीएसएनएल का उल्टा दांव
जब इन कंपनियों ने अपनी रिचार्ज कीमतें बढ़ाईं, तब सरकारी टेलीकॉम कंपनी बीएसएनएल ने एक अनोखा कदम उठाया। बीएसएनएल ने अपनी सेवा को और बेहतर बनाने के लिए न सिर्फ अपने रिचार्ज प्लान्स की कीमतें घटाईं, बल्कि कई आकर्षक ऑफर्स भी पेश किए। इस प्रकार, उन्होंने प्राइवेट कंपनियों के ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित करने की कोशिश की।
बीएसएनएल के आकर्षक रिचार्ज प्लान्स
बीएसएनएल ने अपने ग्राहकों को टक्कर देने के लिए कई नए और सस्ते रिचार्ज प्लान पेश किए हैं। इनमें से एक नया प्लान है, जो सिर्फ 107 रुपये में 35 दिनों की वैधता देता है। आमतौर पर, दूसरी कंपनियां 28 दिनों की वैधता को एक महीने का मानती हैं, लेकिन बीएसएनएल का यह प्लान उपयोगकर्ताओं को 35 दिनों की वैधता प्रदान करता है। इससे यूज़र्स को लगभग 3 रुपये प्रति दिन खर्च करना होगा, जिससे उनकी सिम कार्ड सक्रिय बनी रहेगी।
फ्री कॉलिंग और अतिरिक्त फायदे
इस प्लान के साथ, यूज़र्स को 200 मिनट की फ्री कॉलिंग मिलती है। जब यह 200 मिनट खत्म हो जाते हैं, तो लोकल कॉल के लिए 1 रुपये प्रति मिनट और एसटीडी कॉल के लिए 1.3 रुपये प्रति मिनट का चार्ज देना होगा। यह बेहद आकर्षक ऑफर है, जो यूज़र्स को महंगे रिचार्ज प्लान के विकल्पों को छोड़कर बीएसएनएल की ओर खींच रहा है।
ट्राई की रिपोर्ट का प्रभाव
हाल ही में ट्राई ने एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें बताया गया कि जुलाई 2024 में प्राइवेट कंपनियों द्वारा रिचार्ज प्लान्स की कीमत बढ़ाने के बाद सबसे ज्यादा नए यूज़र्स बीएसएनएल के साथ जुड़े हैं। वहीं, जियो, एयरटेल और वीआई जैसी कंपनियों ने अपने लाखों पुराने ग्राहकों को खो दिया है।
बीएसएनएल की 4G और 5G कनेक्टिविटी
यदि बीएसएनएल अपनी BSNL 4G और BSNL 5G कनेक्टिविटी को मजबूत कर लेता है, तो यह जियो और एयरटेल जैसी कंपनियों के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है। ऐसे में बीएसएनएल के आकर्षक रिचार्ज प्लान्स और बेहतर कनेक्टिविटी से प्राइवेट कंपनियों की स्थिति कमजोर हो सकती है। बीएसएनएल ने अपनी रणनीतियों के तहत सस्ते रिचार्ज प्लान पेश करके ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित किया है। इस स्थिति का फायदा उठाते हुए, यदि बीएसएनएल अपनी सेवाओं में सुधार करता है, तो यह प्राइवेट कंपनियों के लिए एक बड़ा चुनौती बन सकता है। ऐसे में आने वाले समय में टेलीकॉम क्षेत्र में और भी बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
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