कोच्ची: केरल के प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर में प्रवेश करने की कोशिश करके सुर्खियों में आईं एक्टिविस्ट रेहाना फातिमा को अनिवार्य रिटायरमेंट लेने के लिए कहा गया है. रेहाना फातिमा को सौंपे गए आदेश के मुताबिक, सबरीमाला में प्रवेश करने के उनके प्रयास के विवाद ने ग्राहक के बीच कंपनी की प्रतिष्ठा को धूमिल किया है.
आंतरिक जांच की रिपोर्ट के आधार पर, रेहाना फातिमा को अब सेवा से अनिवार्य सेवानिवृत्ति लेने को कहा गया है. इस पर रेहाना फातिमा ने कहा कि वह BSNL के फैसले के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करेंगी. अनिवार्य रिटायरमेंट किए जाने के फैसले को उचित मंच पर चुनौती दूंगी. रेहाना ने आरोप लगाया कि इस आदेश के पीछे सियासी दखल है.
केरल की निवासी रेहाना फातिमा ने सबरीमाला के मशहूर अयप्पा मंदिर में साल 2018 के अक्टूबर में प्रवेश करने का प्रयास किया था. केरल मुस्लिम जमात काउंसिल का कहना है कि उन्होंने रेहाना को मुस्लिम समुदाय से निष्कासित कर दिया था. काउंसिल की तरफ से जारी किए गए बयान में कहा गया था कि रेहाना ने लाखों हिंदू श्रद्धालुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है. बता दें कि 2014 में रेहाना ने कोच्चि में मॉरल पोलिसिंग के विरूद्ध ‘किस ऑफ लव’ कैम्पेन में भी हिस्सा लिया था.
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