भोपाल: मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार पर हत्यारों और अपराधियों को संरक्षण देने का इल्जाम लग रहा है. कमलनाथ के राज में हत्या के आरोपी तक बेख़ौफ़ होकर विधानसभा तक पहुंच रहे हैं. जिसे महीनों से कमलनाथ सरकार की पुलिस ढूंढ नहीं पा रही है, वह खुलेआम विधानसभा में घूमता दिखाई दे रहा है. दमोह में हुए तिहरे हत्याकांड के मामले में बसपा विधायक रामबाई का पति गोविंद सिंह अभियुक्त है. वह फिलहाल पुलिस की गिरफ्त से बाहर है और फरार बताया जा रहा है.
इस समय मध्य प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है जिसमें हत्या का आरोपी गोविंद सिंह अपनी विधायक पत्नी रामबाई के साथ विधानसभा पहुंचा था. बताया जा रहा है कि गोविंद सिंह ने कमलनाथ से इन्साफ की गुहार लगाई. कमलनाथ से गोविंद सिंह को मामले के खात्मे का आश्वासन दिया है. गोविंद सिंह के अनुसार, CM ने अधिकारियों से कहा है जांच करो और अगर सबूत नहीं हैं मामले को खत्म करो. वहीं, रमाबाई ने कहा है कि उसका पति भागा नहीं है, उसे फंसाया गया. इस मामले की जांच जारी है.
आपको बता दें कि 15 मार्च 2019 को कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया की हत्या हुई थी. इस हमले में देवेंद्र का बेटा भी जख्मी हुआ था. इस मामले में पथरिया सीट से बसपा विधायक रामबाई के पति गोविंद सिंह, देवर कौशलेंद्र, भतीजा गोलू, भाई लोकेश के अतिरिक्त भाजपा से जिला पंचायत अध्यक्ष शिवचरण पटेल के पुत्र इंद्रपाल पटेल, श्रीराम शर्मा, अमजद खान को मुख्य अभियुक्त बनाया गया था. इसके कुछ ही दिनों बाद हत्या के मुख्य आरोपियों में से एक विधायक रामबाई के देवर कौशलेंद्र सिंह उर्फ चंदू ने अदालत पहुंचकर आत्मसमर्पण कर दिया था, किन्तु गोविंद सिंह तब से ही फरार हैं. गोविंद सिंह पर पुलिस ने 25 हजार का इनाम भी रखा हुआ है.
ओवैसी का अमित शाह से सवाल, मॉब लिंचिंग पर कानून क्यों नहीं बनाते सर ?
कर्नाटक में दिखी लोकतंत्र की खूबसूरती, धरना दे रहे भाजपा विधायकों के लिए कांग्रेस ने मंगाया भोजन
काबुल विश्वविद्यालय के बाहर हुआ आत्मघाती धमाका, 9 की मौत, 33 घायल