लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो और उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम मायावती ने पार्टी के आगे के प्लान को लेकर सोशल मीडिया पर बड़ा ऐलान कर दिया है। उन्होंने दो टूक लहजे में कहा है कि अब बसपा किसी भी चुनाव में किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेगी। इसका सीधा मतलब ये है कि अब से बसपा चुनावी दंगल में बाकी सभी पार्टियों के खिलाफ अकेले ही ताल ठोंकते हुए नज़र आएगी।
बसपा सुप्रीमो ने अपनी पोस्ट में लिखा कि, ''यूपी सहित दूसरे राज्यों के चुनाव में भी बीएसपी का वोट गठबंधन की पार्टी को ट्रांसफर हो जाने किन्तु उनका वोट बीएसपी को ट्रांसफर कराने की क्षमता उनमें नहीं होने के कारण अपेक्षित चुनाव परिणाम नहीं मिलने से पार्टी कैडर को निराशा व उससे होने वाले मूवमेन्ट की हानि को बचाना जरूरी।'' मायावती ने आगे लिखा कि, ''इसी संदर्भ में हरियाणा विधानसभा के चुनाव परिणाम व इससे पहले पंजाब चुनाव के कड़वे अनुभव के मद्देनजर आज हरियाणा व पंजाब की समीक्षा बैठक में क्षेत्रीय पार्टियों से भी अब आगे गठबंधन नहीं करने का निर्णय, जबकि भाजपा/एनडीए व कांग्रेस/इण्डिया गठबंधन से दूरी पहले की तरह ही जारी रहेगी।''
बता दें कि, हरियाणा में बसपा ने इंडियन नेशनल लोक दल (INLD) के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था, लेकिन पार्टी को बुरी हार का सामना करना पड़ा। हालाँकि, INLD ने तो फिर भी दो सीटें जीत ली, लेकिन बसपा का खाता भी नहीं खुला। बसपा का वोट शेयर महज 1.82 प्रतिशत रहा। जिसके बाद पार्टी ने आरोप लगाया था कि उसके वोट तो INLD को मिले, लेकिन INLD समर्थकों के वोट बसपा को नहीं मिले। अब पार्टी सुप्रीमो मायावती ने किसी भी दल से गठबंधन ना करने का ऐलान कर दिया है।
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