बजट 2020: घाटे की चिंता छोड़ बढ़ाना होगा खर्च, वित्त मंत्री का दूसरा बजट आज

बजट 2020: घाटे की चिंता छोड़ बढ़ाना होगा खर्च, वित्त मंत्री का दूसरा बजट आज
Share:

नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वित्त वर्ष 2020-21 के लिए आम बजट एक फरवरी 2020 को पेश करने वाली है. वहीं जिसके पहले बीते शुक्रवार 31 जनवरी को केंद्र सरकार ने आर्थिक सर्वेक्षण 2019-20 के जरिए ‘अच्छे दिन’ का भरोसा दिलाया और सुनहरे भविष्य की उम्मीद जताई. जंहा इस सर्वे में पांच साल में चार करोड़ नौकरियां देने का चीन का फॉर्मूला सुझाया गया है. वहीं आम बजट में वित्त मंत्री से उम्मीदें होंगी और उनके सामने सुस्त अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने की बड़ी चुनौती होगी. आर्थिक विकास को गति देने और अर्थव्यवस्था को 50 खरब डॉलर के लक्ष्य तक पहुंचाने के लिए सरकार को राजकोषीय घाटे की परवाह किए बिना खर्च को बढ़ाना होगा. आर्थिक सर्वेक्षण 2019-20 में कहा गया है कि इन्फ्रा की मजबूती से ही विकास दर बढ़ेगी. इसके लिए 2025 तक इस क्षेत्र को 100 लाख करोड़ चाहिए, ताकि ऊर्जा, परिवहन और संपर्क साधनों की पर्याप्त पहुंच को सुनिश्चित किया जा सके.

जानकारी के अनुसार इस बात का पता चला है कि  सरकार का मानना है कि बिना आधारभूत ढांचे को मजबूत बनाए अर्थव्यवस्था के लक्ष्यों को पाना मुश्किल होगा. इसके लिए बनाए जा रहे नेशनल इन्फ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन (एनआईपी) के जरिये रोजगार सृजन, जीवन सुगमता और सभी नागरिकों तक इसकी सुविधाओं को पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है. वहीं यह भी कहा जा रहा है कि इसमें केंद्र और राज्यों की 39-39 फीसदी की भागीदारी होगी, जबकि 22 फीसदी भूमिका निजी क्षेत्र निभाएगा. साथ ही राजकोषीय दबाव सहने को तैयार रहना होगा.

जंहा इस बात पर भी गौर किया जा रहा है इस्पात खपत बढ़ाने पर जोर पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि सर्वेक्षण में इस्पात उत्पादन और खपत बढ़ाने के साथ कच्चे तेल की कीमतों में आ रही गिरावट का जिक्र होना इस्पात के साथ ही तेल-गैस क्षेत्र के लिए अच्छा संकेत है. इसके ढांचे को भी मजबूत किया जाएगा. देश के कारोबार को बढ़ाने के लिए निर्यात और माल ढुलाई की सुविधाएं बेहतर बनानी होंगी. देश के कुल व्यापार में 95 फीसदी हिस्सेदारी समुद्री मार्ग की है. 30 सितंबर, 2019 तक भारत के पास कुल 1,419 जहाजों का बेड़ा था. बंदरगाहों की कुल सालाना क्षमता 151.40 करोड़ टन रही थी.  सरकार की मंशा इसके ढांचे को और मजबूत बनाने के साथ कारोबार को गति देने की है. आर्थिक सर्वेक्षण में बताया गया कि 2018-19 के दौरान देश में कुल रेल यात्रियों की संख्या में 1.85 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, तो रेलमार्ग से माल ढुलाई में भी 5.34 फीसदी का इजाफा हुआ है. 

दर्दनाक: तेजरफ्तार में कार चलाना बारातियों को पड़ा भारी, दीवार से टकराई 3 ने अपनी जान गवाई

CAA Protest: यूपी पुलिस ने गिरफ्तार किए पफी के 5 सदस्य, हिंसा भड़काने का आरोप

माँ ने डांटा तो मदद मांगने दुकानवाले के पास गई लड़की, फिर जो हुआ सुनकर उड़ जाएंगे आपके होश 

Share:

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -