नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज देश का आम बजट पेश कर दिया है. इस दौरान उन्होंने रक्षा क्षेत्र में 'आत्मनिर्भर' होने की बात कही. उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि डिफेंस रिसर्च और डेवलपेंट का 25 फीसदी बजट घरेलू प्राइवेट इंडस्ट्रीज, स्टार्टअप और शिक्षा के लिए रखा जाएगा. निर्मला सीतारमण ने ये भी ऐलान किया कि 2022-23 में बजट का 68 फीसद हिस्सा घरेलू उद्योग से खरीद के लिए रखा गया है. यानी इस पैसे से स्वदेशी रक्षा कंपनियों से ही हथियार खरीदे जाएंगे.
इससे पहले 2021-22 में घरेलू खरीद के लिए 58% बजट रखा गया था. 2019-20 में ये 63% था. उन्होंने ये भी कहा कि एक नोडल एजेंसी का गठन किया जाएगा, जो टेस्टिंग और सर्टिफिकेशन की आवश्यकताओं को पूरा करेगी. रक्षा क्षेत्र के लिए इस ऐलान का सोसायटी ऑफ इंडियन डिफेंस मैनुफैक्चरिंग ने स्वागत किया है. सोसायटी के प्रमुख एसपी शुक्ला ने कहा कि ये निवेश को भी बनाए रखेगा और क्षमता को भी बढ़ाएगा. उन्होंने कहा कि नोडल एजेंसी के गठन से घरेलू उद्योगों को प्रोत्साहन मिलेगा.
भारत लगातार अपना डिफेंस इम्पोर्ट कम करने और एक्सपोर्ट बढ़ाने पर जोर दे रहा है. दिसंबर 2021 में एक सवाल के जवाब में सरकार ने लोकसभा में जानकारी दी थी कि 2014-15 में 1,940.64 करोड़ रुपये का एक्सपोर्ट किया था, जो बढ़कर 8,434.34 करोड़ रुपये हो गया है. भारत ने 2025 तक 35 हजार करोड़ रुपये के रक्षा उपकरण का एक्सपोर्ट करने का लक्ष्य निर्धारित किया है. इसके साथ ही घरेलू रक्षा उद्योग का टर्नओवर 1.75 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचाने का टार्गेट है.
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