नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को संसद में केंद्रीय बजट 2022-23 की प्रस्तुति के दौरान कहा कि केंद्र देश भर में रासायनिक मुक्त प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित करेगा, जिसमें 5 किमी चौड़े गलियारों में किसानों की भूमि पर प्रमुख ध्यान दिया जाएगा।
सीतारमण ने कहा, "राज्य सरकारों और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (MSMEs) की भागीदारी के लिए एक व्यापक पैकेज पेश किया जाएगा ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि किसान प्राकृतिक खेती को अपनाएं।"
लंबे समय से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रसायन मुक्त प्राकृतिक खेती की जरूरत पर जोर दिया है।
"प्राकृतिक खेती से दो हेक्टेयर से कम भूमि वाले देश के 80% छोटे किसानों को लाभ होगा, जो रासायनिक इनपुट पर बहुत पैसा खर्च करते हैं। हालांकि, प्राकृतिक उर्वरकों को नियोजित करने से उन्हें पैसे की बचत होगी और उनके मुनाफे में वृद्धि होगी ।"
किसान ड्रोन का उपयोग फसल मूल्यांकन, भूमि रिकॉर्ड और कीटनाशक छिड़काव के लिए किया जाएगा, वित्त मंत्री के अनुसार, कृषि और कृषि क्षेत्र में प्रौद्योगिकी की वृद्धि हुई है।
रबी 2021-22 के लिए गेहूं की खरीद और खरीफ 2021-22 के लिए धान की खरीद में 163 लाख किसानों से 1,208 लाख मीट्रिक टन गेहूं और धान शामिल होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा, 'करीब 2.37 लाख करोड़ रुपये सीधे उनके खातों में एमएसपी के तौर पर भेजे जाएंगे।'
बजट 2022: वित्त मंत्री ने एक डिजिटल विश्वविद्यालय की स्थापना की घोषणा की
Budget 2022: क्या हुआ सस्ता और क्या महंगा, यहाँ देखे पूरी लिस्ट
वित्त मंत्री ने करदाताओं को आईटीआर दाखिल करने की अनुमति देने के लिए नए प्रावधान की घोषणा की