खेल की दुनिया में भारत का डंका बजाने वाले खिलाड़ियों को भी आम बजट से बड़ी उम्मीदें हैं। कुश्ती, मुक्केबाजी और एथलेटिक्स में भारत का झंडा बुलंद करने वाले खिलाड़ियों को आस है कि इस बार बजट में सरकार खेलों को प्राथमिकता में रख सकती है। खिलाड़ियों का मानना है कि शुरुआत से ही सुविधाएं बढ़ाई जाएं तो देश को अधिक से अधिक खेल प्रतिभाएं मिल सकती है । भारत में सुविधाओं की कमी से कई प्रतिभाएं असमय दम तोड़ देती हैं। कुछ खेलों में बेहतर करने वाले खिलाड़ियों पर तो काफी खर्च किया जाता है, परन्तु खिलाड़ी बेहतर निकलें, इस पर फोकस जरूरी है। बजट के अभाव में कहीं खिलाड़ी फटे मैट पर अभ्यास करने को विवश हैं, तो कहीं एलिवेटेड ट्रैक नहीं है।
वही खिलाड़ियों को बेहतर खेल सामग्री, उपकरण, कोच, डाइट, फिजियोथेरेपिस्ट और डॉक्टर जैसी अनिवार्य सुविधाएं सुगमता से मिल सकें, इसका बजट में प्रावधान होना चाहिए।हरियाणा के रोहतक जिले के घनीपुरा की निवासी अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेटर शेफाली वर्मा का कहना है कि सरकार खेलों को प्राथमिकता में रखती दिख रही है, इसलिए उम्मीद है कि इस बार बजट खिलाड़ियों की अपेक्षाओं पर खरा उतरेगा। वही भीम अवार्डी पहलवान वीरेंद्र भल्ला कहते हैं कि बेहतर रिजल्ट के लिए प्रत्येक स्टेडियम से लेकर राजीव गांधी खेल परिसरों में कुश्ती हॉल और उसमें सभी जरूरी सुविधाएं मिल सकें, सरकार को कुछ ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए। पदक विजेता खिलाड़ियों सहित अन्य पुरस्कारों के लिए होने वाली घोषणाओं के लिए बजट में अलग से व्यवस्था होने से खिलाड़ियों को पुरस्कार राशि के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
इसके अलावा हरियाणा के मायना गांव निवासी अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाज अमित पंघाल को उम्मीद है कि ओलंपिक क्वालिफाई खिलाड़ियों के लिए विशेष बजट रखा जाएगा। हर गांव में कोच और मैदान की बेहतर व्यवस्था भी जरूरी है। टोक्यो पैरालंपिक के लिए चयनित पैरा एथलीट हिसार की एकता भ्याण को आशा है कि सरकार इस बार बजट में कम से कम रैंप का तो प्रबंध कर ही देगी। वह कहती हैं कि सरकारी व प्राइवेट संस्थान, ऑडिटोरियम में दिव्यांग खिलाड़ियों को व्हीलचेयर के साथ चढ़ना-उतरना काफी मुश्किल हो जाता है। सरकार को इस दिशा में भी ध्यान देना चाहिए। बजट में इस संबंध में भी कुछ ठोस प्रावधान की उम्मीद है। इसके अलावा इंटरनेशनल खिलाड़ी सविता कहती हैं कि डाइट के लिए जूनियर स्तर के खिलाड़ियों को भी राशि मिलनी चाहिए। राज्य स्तर या नेशनल स्तर के खिलाड़ी के लिए अतिरिक्त व्यवस्था होनी जरूरी है। शूटिंग सनसनी मनु भाकर की उम्मीद है कि बजट में नए शूटिंग रेंज और बेहतरीन सुविधाओं से युक्त स्पोर्ट्स कॉम्पेल्कस खोलने की दिशा में अतिरिक्त आवंटन का प्रावधान हो सकता है।
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