वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को बजट पेश करेंगी। यह वित्त मंत्री के दूसरे बजट के साथ ही मोदी सरकार का भी पार्ट-2 बजट होगा। बजट से लोगों को खासी उम्मीद है। भारतीय बजट को लेकर कई दिलचस्प कहानियां हैं, मसलन भारत का पहला बजट कब पेश हुआ, किसने किया, किस वर्ष किया इत्यादि। इसके साथी इस बजट की कहानी इसलिए रोचक है क्योंकि बजट लीक होने से इंग्लैंड के वित्त मंत्री की कुर्सी चली गई थी | बात वर्ष 1947 की है। भारत सरकार ने अपना पहला बजट आजाद होने (15 अगस्त 1947) के तीन महीने के भीतर पेश कर दिया था।
इसके अलावा आजाद भारत का पहला बजट 26 नवंबर 1947 को पेश किया गया। यह बजट आर के षणमुखम शेट्टी ने पेश किया था। स्वतंत्रता मिलने के बाद आर के षणमुखम शेट्टी देश के पहले वित्त मंत्री बने। षणमुखम शेट्टी की लापरवाही के कारण इंग्लैंड के तत्कालीन वित्त मंत्री की कुर्सी चली गई थी। हुआ ये कि षणमुखम शेट्टी की गलती की वजह से बजट का कुछ हिस्सा लीक हो गया, जिसके बाद इंग्लैंड में पत्रकार ने बजट पेश होने से पहले ही टैक्स से संबंधित तमाम जानकारियां सार्वजनिक कर दी।वही इसके बाद इंग्लैंड के वित्त मंत्री ह्यूज डॉल्टन को इस्तीफा देना पड़ गया था।
वही पहली बार हिंदी में बजट: देश को आजादी मिलने के बाद कई सालों तक अंग्रेजी में ही बजट छपता रहा है । इसके साथ ही वित्त वर्ष 1955-56 में पहली बार बजट भाषण हिंदी में छपा। इसके साथ ही तब से बजट भाषण लगातार हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में तैयार होते हैं। मोरारजी देसाई के नाम रिकॉर्ड: मोरारजी देसाई इकलौते ऐसे पूर्व प्रधानमंत्री थे जिन्होंने सबसे अधिक बार बजट पेश किया, यही नहीं दो बार ऐसे मौके आए जब उन्होंने अपने जन्मदिन के दिन बजट पेश किया। असल में , लीप इयर को छोड़ दें तो फरवरी 28 दिन का होता है, परन्तु मोरारजी का जन्म 29 फरवरी को हुआ था। और उन्होंने दो बार बजट 29 फरवरी को पेश किया।
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