कोलकाता: राज्यपाल जगदीप धनखड़ के अभिभाषण के साथ बीते शुक्रवार यानी 7 फरवरी 2020 से बंगाल विधानसभा का बजट सत्र शुरू हुआ. जंहा तमाम आशंकाओं को दरकिनार करते हुए राज्यपाल ने राज्य सरकार के तैयार भाषण को बिना किसी फेरबदल के पढ़ा.
देश में असहिष्णुता, धार्मिक कट्टरता व नफरत: जंहा उन्होंने कहा कि असहिष्णुता, धार्मिक कट्टरता और नफरत अब इस देश के नए मानक हो गए हैं. सभी तरह की असहमतियों को अस्वीकार कर देना अब देशभक्ति के नाम पर नया फैशन बन गया है.
राज्यपाल ने 16 पन्ने का भाषण को हूबहू पढ़कर सरकार के साथ टकराव को किया खत्म: वहीं यह भी कहा जा रहा है कि राज्यपाल ने भाषण को हूबहू पढ़कर सरकार के साथ किसी भी तरह के टकराव की संभावनाओं को समाप्त कर दिया. वहीं पहले उन्होंने कहा था कि राज्य सरकार के तैयार भाषण में कुछ बदलाव करेंगे. जंहा लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ और उन्होंने सरकार द्वारा लिखित 16 पन्ने का भाषण तकरीबन एक घंटे में हूबहू पढ़ा.
सीएए के खिलाफ आंदोलन में मारे गए लोगों के लिए शोक: मिली जानकारी के अनुसार अभिभाषण में सीएए के विरोध आंदोलन में मरने वाले लोगों के लिए शोक भी था तो एनआरसी व सीएए के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस की ममता सरकार का स्पष्ट स्टैंड भी था.
राज्यपाल ने अभिभाषण में उन्नत कानून व्यवस्था, तमाम योजनाओं का गुणगान था: जंहा ममता सरकार की उपलब्धियां व तमाम योजनाओं का गुणगान से लेकर राज्य की उन्नत कानून व्यवस्था, सरकार संचालित योजनाओं का बखान शामिल था, जिस पर कुछ दिन पहले राज्यपाल ने अलग राय व्यक्त की थी.
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