नोएडा: ग्रेटर नोएडा में एक पुरानी और एक निर्माणाधीन इमारतों के एक साथ ढह जाने से मलबे में दबे लोगों को निकाला जा रहा है. वही मरने वालों कि संख्या 9 हो गई है. पुलिस से बिल्डर और अन्य दो लोगों को हिरासत में ले लिया है. 18 अन्य के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या और आईपीसी की अन्य धाराओं के तहत एक मामला कायम किया जा चूका है. मामला शाहबेरी गांव का है जहा अब राहत और बचाव कार्य जारी है और कई लोगों के दबे होने की आशंका है.
फिर ईमारत के मलबे में दबे कई परिवार
पीड़ित परिवारों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2-2 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है. प्रोजेक्ट मैनेजर और असिस्टेंट प्रोजेक्ट मैनेजर को निलंबित कर जांच मेरठ आयुक्त के हवाले की गई है. मुख्य दमकल अधिकारी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि दोनों इमारतों में दर्जनभर लोगों की फंसे होने की आशंका है. उन्होंने बताया कि रात से ही चल रहे बचाव और राहत कार्य में देर रात को दो लोगों के शवों को बाहर निकाला गया था, जबकि बुधवार सुबह एक व्यक्ति के शव को बाहर निकाला गया है. जिसके बाद बुधवार शाम छह बजे के करीब एक पुरुष और एक महिला के शव को बाहर निकाला गया.
जांच अब तक -
-गिरफ्तार गंगाशरण ने 3 साल पहले यह जमीन बेच दी थी.
-बिल्डिंग का नक्शा पास नहीं है
-शाहबेरी में किसी बिल्डिंग का नक्शा पास नहीं है यहां सब कुछ अवैध काम होता है.
- मिलीभगत से रजिस्ट्री कराई गई है.
-बिल्डर फिलहाल फराह हैं.
-बिल्डर पंकज गोयल गाजियाबाद का रहने वाला है
-एक अन्य बिल्डर सलीम मेरठ का रहने वाला है.
यहाँ भी देखे -
ऐसी बिल्डिंग जिसके बीच में से गुजरती हैं गाड़ियां