उज्जैन: मध्य प्रदेश के उज्जैन में 12 वर्षीय बच्ची से हुए दुष्कर्म कांड के मामले में आज मुख्य अपराधी भरत सोनी के अवैध निर्माण पर बुलडोजर चला। अपराधी ने उज्जैन के नानाखेड़ा इलाके में सरकारी जमीन पर कब्जा कर रखा था, इसमें वह अपने माता-पिता, भाई एवं भाभी के साथ कई वर्षों से रह रहा था। इतना ही नहीं, अवैध मकान में अपराधी ने मंदिर भी बना रखा था। प्राप्त खबर के अनुसार, भारी पुलिस बल की उपस्थिति में अपराधी के घर को गिराया गया। आज नगर निगम की टीम अपराधी के घर पर पहुंची। टीम ने अवैध निर्माण को गिराकर अवैध कब्जे को खाली कराया गया। अपराधी भरत सोनी सरकारी जमीन पर मकान बनाकर वर्षों से यहां रह रहा था। वहीं आरोपी भरत पुलिस की हिरासत में है।
आपको बता दें कि सतना से शिप्रा एक्सप्रेस में सवार होकर स्कूल में पढ़ने वाली मानसिक तौर पर कमजोर बच्ची उज्जैन लिए आ गई थी। 25 सितंबर को बच्ची रेलवे स्टेशन पर उतरी। ड्राइवर भरत सोनी ने बच्ची को अकेला देख अपने ऑटो में बिठा लिया। तत्पश्चात, जीवनखेड़ी क्षेत्र में ले जाकर बालिका से बलात्कार किया। वही इस दिल दहला देने वाली इस घटना के पश्चात् दुष्कर्म कांड के आरोपी के पिता ने कहा था कि यदि बेटा सच में आरोपी है तो उसे पकड़ना नहीं चाहिए था, सीधे गोली मार देना चाहिए थी। बेटे की जगह मुझसे ऐसा गुनाह होता तो खुदखुशी कर लेता, पुलिस के हाथ भी नहीं आता।
आरोपी भरत सोनी के पिता राजू सोनी ने कहा कि ऐसा गुनाह जो भी करता है, उसे जीने का अधिकार नहीं है। बच्ची के साथ हुए बलात्कार की घटना के बारे में मुझे पता था। मैंने अपने बेटे से इस बारे में चर्चा की थी कि उज्जैन शहर में एक बच्ची के साथ गलत हुआ है, लेकिन वह कुछ नहीं बोला। वह (आरोपी बेटा) रोजाना की तरह ही खाना, पीना, नहाना, सोना करता रहा। उसने किसी को कुछ शक तक नहीं होने दिया। वहीं, महाकाल थाने के प्रभारी अजय वर्मा ने बताया कि जब अपराधी भरत सोनी को घटनास्थल पर ले जाया जा रहा था, तो उसने भागने का प्रयास किया, मगर पुलिसकर्मियों ने उसका पीछा किया तथा आरोपी को पकड़ लिया। टीआई ने बताया कि यह घटना शहर के जीवन खेड़ी क्षेत्र के पास हुई तथा झड़प में दो पुलिसकर्मी भी चोटिल हो गए। उधर, क्षेत्र में चोटिल स्थिति में मिली बच्ची का इंदौर के एक हॉस्पिटल में उपचार किया जा रहा है।
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