लखनऊ: उत्तर प्रदेश का संभल शुरू से समाजवादी पार्टी (सपा) नेता शफीकुर रहमान बर्क का गढ़ रहा है । कहा जाता था कि यूपी में सरकार किसी की भी रहे, लेकिन संभल में हुकूमत बर्क की ही चलती थी, हालाँकि, इसी रसूख की आड़ में कई जुर्म भी हुए, जिन्हे वोट बैंक के चक्कर में सियासी दलों द्वारा दबा दिया गया। पर हाल ही में पुलिस पर मुस्लिम भीड़ के हमले के बाद संभल की जो आपराधिक दास्तान खुली है, उसमे रोज़ नए खुलासे हो रहे हैं। कभी संभल में दशकों से बंद पड़े मंदिर-कूप मिल रहे हैं, जो बता रहे हैं कि किस तरह से इस जगह से हिन्दू संस्कृति का सफाया कर दिया गया और किसी राजनेता की आवाज़ नहीं निकली, तो कहीं एक-एक मस्जिद की मुफ्त बिजली से सैकड़ों घर चलते दिख रहे हैं, कहीं को मीटर ही नहीं है। खुद सपा सांसद पर भी बिजली चोरी के आरोप हैं।
अब सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क (शफीकुर रहमान के पोते) के खिलाफ एक और बड़ी कार्रवाई शुरू हुई है। उनके घर का निर्माण भी अवैध पाया गया है। प्रशासन ने उनके आलीशान आवास पर बुलडोजर चलाने की तैयारी कर ली है। रिपोर्ट के अनुसार, बर्क ने बिना नक्शा पास कराए मुहल्ला दीपा सराय में आलीशान मकान खड़ा कर लिया था, लेकिन जब प्रशासन ने इसे अवैध घोषित करते हुए तीन बार नोटिस जारी किया, तो सांसद ने हर बार इसे नज़रअंदाज़ किया। अब संभल के जिलाधिकारी डॉ। राजेंद्र पैंसिया ने स्पष्ट कर दिया है कि 4 जनवरी के बाद कोई नोटिस नहीं, सिर्फ कार्रवाई होगी।
उल्लेखनीय है कि, जियाउर्रहमान बर्क का यह मामला सिर्फ अवैध निर्माण का नहीं है। प्रशासन का कहना है कि बर्क ने अपने राजनैतिक रसूख का इस्तेमाल कर वर्षों तक नियमों की धज्जियां उड़ाईं। पांच दिसंबर को पहला नोटिस जारी किया गया था, लेकिन सांसद की ओर से जवाब नहीं आया। जब दूसरा नोटिस भी नज़रअंदाज़ हुआ, तो तीसरा और अंतिम नोटिस 28 दिसंबर को तामील कराया गया। प्रशासन ने साफ कहा है कि अब बर्क को और वक्त नहीं दिया जाएगा।
सांसद की मुश्किलें सिर्फ मकान तक सीमित नहीं हैं। नवंबर में जामा मस्जिद के पास सर्वे के दौरान हिंसा भड़काने का आरोप भी बर्क पर लगा है। प्रशासन का कहना है कि उनकी भड़काऊ बयानबाजी के कारण मुस्लिम भीड़ ने पुलिस पर हमला किया, उनके हथियार छीन लिए और वाहनों में आग लगा दी। इस मामले में सांसद को नामजद किया गया था। बर्क पर बिजली चोरी का भी आरोप है। प्रशासन ने जांच में पाया कि उनके घर पर बिना मीटर के बिजली का उपयोग हो रहा था। इस पर 1।91 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया और बिजली कनेक्शन काट दिया गया।
संभल प्रशासन अब बर्क के घर पर बुलडोजर चलाने के लिए तैयार है। एसडीएम वंदना मिश्रा ने कहा कि यह अंतिम चेतावनी है। प्रशासन इस बार सख्त रुख अपनाए हुए है और ध्वस्तीकरण की कार्रवाई तय है। बर्क के मुहल्ले में प्रशासन ने पिछले दिनों सर्च ऑपरेशन भी चलाया। कई मकानों में अवैध हथियार और ड्रग्स बरामद हुईं। बिजली के पोल और चौक पर बने अतिक्रमण को भी हटाया गया।
अब सवाल यह उठता है कि क्या सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क के लिए उनका राजनैतिक रसूख उन्हें बचा पाएगा, या फिर प्रशासन का बुलडोजर यह दिखा देगा कि नियमों से ऊपर कोई नहीं? यह देखना दिलचस्प होगा कि 4 जनवरी के बाद संभल में क्या तस्वीर सामने आती है।