नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में अवैध कॉलोनियों और अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई तेज हो गई है। गुरुग्राम में नगर और ग्राम नियोजन विभाग (डीटीपीई) ने शुक्रवार को छह गांवों में फैली 12 अवैध कॉलोनियों पर बुलडोजर चलाया। यह कॉलोनियां करीब आठ एकड़ जमीन पर विकसित हो रही थीं। प्रशासन ने घोषणा की है कि तोड़फोड़ का खर्च जमीन मालिकों से वसूला जाएगा और इन अवैध निर्माणों में शामिल भूमाफियाओं पर कानूनी कार्रवाई होगी।
डीटीपीई ने लोगों से अपील की है कि वे अवैध कॉलोनियों में अपनी मेहनत की कमाई न लगाएं, क्योंकि ऐसी कॉलोनियां कभी भी ढहा दी जा सकती हैं। शुक्रवार को बोहड़ाकलां, बिनौला, बासलांबी और नानूकलां गांवों में अवैध कॉलोनियों को तोड़ा गया। बासलांबी गांव में करीब दो एकड़ में कॉलोनी काटी जा रही थी, जिसे पूरी तरह गिरा दिया गया। कार्रवाई के दौरान भारी पुलिस बल तैनात था, जिससे किसी तरह का विरोध नहीं हुआ।
इसके साथ ही गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) और नगर निगम ने गुरुवार को एमजी रोड और खांडसा रोड पर अतिक्रमण का निरीक्षण किया। इन सड़कों पर दुकानदारों और रेहड़ी-पटरी वालों ने 20-25 फीट तक कब्जा कर रखा है, जिससे यातायात बाधित हो रहा है। अधिकारियों ने दुकानदारों को दो दिन में अतिक्रमण हटाने की चेतावनी दी है। ऐसा न करने पर प्रशासन स्वयं कार्रवाई करेगा और अतिक्रमण को हटाएगा। निरीक्षण के दौरान सरस्वती विहार, बड़ा बाजार और खांडसा रोड जैसे इलाकों में यातायात जाम की समस्या के मुख्य कारणों की पहचान की गई। यह कार्रवाई अवैध निर्माण और अतिक्रमण रोकने की सरकारी प्रयासों का हिस्सा है, ताकि लोगों को बेहतर बुनियादी सुविधाएं और यातायात व्यवस्था उपलब्ध कराई जा सके।
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