नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने एक बड़ा इतिहास रच दिया है। वह 'सर गारफील्ड सोबर्स ट्रॉफी' जीतने वाले पहले भारतीय तेज गेंदबाज बन गए हैं। बुमराह को 2024 में उनके शानदार प्रदर्शन के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने 'साल के सर्वश्रेष्ठ पुरुष क्रिकेटर' (ICC Men’s Cricketer of the Year) के खिताब से नवाजा। उन्होंने अपनी घातक गेंदबाजी से खेल के हर प्रारूप में विरोधी टीमों पर दबदबा बनाया और अपनी क्षमता का लोहा मनवाया।
31 वर्षीय बुमराह ने इंग्लैंड के हैरी ब्रूक, ऑस्ट्रेलिया के ट्रेविस हेड और इंग्लैंड के ही जो रूट जैसे दिग्गज खिलाड़ियों को पीछे छोड़ते हुए यह प्रतिष्ठित सम्मान अपने नाम किया। आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में नंबर-1 पर काबिज बुमराह ने सबसे तेज़ 200 टेस्ट विकेट हासिल करने वाले भारतीय तेज गेंदबाज के रूप में भी इतिहास रच दिया। उन्होंने यह उपलब्धि 20 से कम के गेंदबाजी औसत के साथ हासिल की, जो क्रिकेट के इतिहास में सबसे बेहतरीन है।
बुमराह का जलवा आईसीसी टेस्ट गेंदबाजी रैंकिंग में भी दिखा, जहां उन्होंने 900 अंकों का आंकड़ा पार किया। साल का अंत उन्होंने रिकॉर्ड 907 अंकों के साथ किया, जो किसी भी भारतीय गेंदबाज के लिए सर्वाधिक है। इससे पहले भारत की ओर से यह ट्रॉफी राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर, रविचंद्रन अश्विन और विराट कोहली (दो बार) जीत चुके हैं। लेकिन पहली बार किसी भारतीय तेज गेंदबाज ने यह सम्मान प्राप्त किया है। जसप्रीत बुमराह ने 2024 में टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट चटकाए। उन्होंने 13 टेस्ट मैचों में 14.92 के शानदार औसत से कुल 71 विकेट लिए। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 में बुमराह 32 विकेट लेकर सीरीज के सबसे सफल गेंदबाज रहे।
उन्होंने घरेलू मैदान पर इंग्लैंड और बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज में अपनी अहम भूमिका निभाई, तो विदेशी जमीन पर दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दमदार प्रदर्शन किया। हालांकि, भारतीय टीम बॉर्डर-गावस्कर सीरीज नहीं जीत सकी, लेकिन बुमराह के 32 विकेट उनकी काबिलियत का सबूत थे। टी20 वर्ल्ड कप 2024 में बुमराह ने अपने प्रदर्शन से भारत को 17 साल बाद (2007 के बाद) यह खिताब दिलाया। उन्होंने 8.26 के औसत और 4.17 की इकोनॉमी से 15 विकेट चटकाए और 'प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट' बने। बुमराह ने तब-तब विकेट हासिल किए, जब टीम को उनकी सबसे ज्यादा जरूरत थी।
बुमराह 200 टेस्ट विकेट तक पहुंचने वाले सबसे तेज भारतीय तेज गेंदबाज बन गए। इस दौरान उनका गेंदबाजी औसत 20 से कम रहा, जो क्रिकेट इतिहास में अब तक का सबसे बेहतर है। उन्होंने 2024 का अंत टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज के रूप में किया। 13 टेस्ट मैचों में 71 विकेट लेकर उन्होंने इंग्लैंड के गस एटकिंसन के 52 विकेटों को बड़े अंतर से पीछे छोड़ दिया।
जसप्रीत बुमराह के प्रदर्शन ने भारतीय क्रिकेट को गर्व करने का एक और मौका दिया है। उनकी कड़ी मेहनत और शानदार फॉर्म ने साबित कर दिया कि वह हर फॉर्मेट में भारत के सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ियों में से एक हैं। उनकी इस उपलब्धि ने न केवल भारतीय क्रिकेट का सिर गर्व से ऊंचा किया है, बल्कि यह युवा खिलाड़ियों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन गई है।