पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों के बाद यात्री किराया में बढ़ोतरी की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ में 25 जून को निजी बस ऑपरेटर हड़ताल पर जाने की तैयारी कर रहे हैं. हड़ताल के दौरान प्रदेश में लोक परिवहन व्यबस्था बुरी तरह प्रभावित रहने की संभावना है. इस दौरान लगभग 8000 बसों का संचालन थम जाएगा. हड़ताल से यात्रियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.
बस संचालकों का कहना है कि हड़ताल तब तक चलेगी, जब तक सरकार उनकी मांगों पर गंभीर होकर विचार न करे. यात्री किराया में वृद्धि वर्ष 2016 में की गई थी. पेट्रोल-डीजल कि परेशानी को लेकर बस संचालकों का कहना है कि वर्तमान में डीजल के दामों में 30 रुपए की बढ़ोतरी हुई और उन्हें 75 रुपए लीटर की दर से मिल रहा है. इस बस हड़ताल में छोटी और बड़ी दोनों बसें नहीं चलायी जायेगी.
बस संचालकों की मांग है कि यात्री वाहनों की उम्र सीमा को 12 से बढ़ाकर 15 साल किया जाए, यात्री किराये में 40 फीसदी वृद्धि की जाए, यात्री किराये में टोल टैक्स भी जाेड़ा जाए. इस तहत की मांग को लेकर बस संचालकों ने हड़ताल पर जाने का निर्णय किया है.
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