टाटा संस ने आज कहा कि अगर सुप्रीम कोर्ट को कंपनी में शेयरधारक उत्पीड़न के आरोप सही लगते हैं, तो वह उचित मूल्य पर शापूरजी पल्लोनजी समूह की हिस्सेदारी खरीदेगा। टाटा संस के लिए अपील करते हुए, वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे ने कहा कि कंपनी का लेख इस तरह के खरीद के लिए प्रदान करता है। Shapoorji Pallonji Group के पास Tata Sons की 18.4% हिस्सेदारी है। सुप्रीम कोर्ट नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल के एक आदेश के खिलाफ टाटा संस की याचिका पर सुनवाई कर रहा था।
अपीलीय न्यायाधिकरण ने साइरस मिस्त्री को टाटा संस के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में बहाल करने का आदेश दिया था, जबकि यह फैसला सुनाया कि कंपनी अल्पसंख्यक शेयरधारकों के लिए दमनकारी थी। मुख्य न्यायाधीश एस ए बोबडे की अध्यक्षता वाली शीर्ष अदालत की पीठ ने आज इस मामले की सुनवाई पूरी की।
आज अपने तर्कों में शापूरजी पलोनजी समूह ने टाटा संस के बोर्ड के आचरण को दोहराया और कॉर्पोरेट प्रशासन के सिद्धांतों का उल्लंघन किया। शापूरजी पलोनजी ग्रुप की ओर से पेश वकील श्याम दीवान ने कहा कि मिस्त्री को कार्यकारी चेयरमैन पद से हटाना टाटा संस के लेखों के उल्लंघन के कारण था।
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