नई दिल्ली : राष्ट्रपति चुनाव की तारीख नजदीक आते देख सियासी हलचल तेज हो गई है. हालाँकि सत्तारूढ़ राजग सरकार के पास इस चुनाव में अपने उम्मीदवार को जिताने के लिए स्पष्ट बहुमत नहीं है, लेकिन पलड़ा जरूर भारी है.अपने संख्या बल को बढ़ाने और विपक्ष से चर्चा के लिए बीजेपी की तीन सदस्यीय समिति आज शुक्रवार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाक़ात करेगी.जबकि उधर विपक्ष की सरकार से यही मांग हैं कि ऐसे व्यक्ति को प्रत्याशी बनाए जिस पर सर्व सहमति बन सके. वैसे राष्ट्रपति पद के लिए सुषमा स्वराज का नाम सबसे आगे है. अब सवाल यह है कि क्या सुषमा के नाम पर विपक्ष सहमत होगा ?
आपको जानकारी दे दें कि राष्ट्रपति भवन की दौड़ में सुषमा स्वराज सबसे आगे हैं.हालांकि सुषमा स्वराज के अलावा जिन अन्य नामों की भी चर्चा चल रही है उनमें सामाजिक न्याय मंत्री थावर चंद गहलौत, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन और झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू के नाम शामिल हैं.हालांकि अभी किसी के भी नाम की अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. यह सभी जानते हैं कि अपने काम और व्यवहार के कारण सभी दलों में सुषमा स्वराज के लिए विशेष सम्मान है. किसी से कोई मतभेद भी नहीं है. वे मदद के लिए तैयार रहती हैं. सोशल मीडिया पर भी वह सक्रिय रहकर मदद के लिए सदैव तत्पर रहती हैं. सूत्रों के अनुसार तृणमूल कांग्रेस ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर बीजेपी सुषमा स्वराज या किसी भी महिला उम्मीदवार को उतारती है तो वह उसका विरोध नहीं कर पाएगी.
बता दें कि सत्तारूढ़ एनडीए नए राष्ट्रपति पद के लिए प्रत्याशी के नाम की घोषणा 23 जून को करेगी . बीजेपी की तीन सदस्यीय समिति के सदस्य राजनाथ सिंह, अरुण जेटली और वेंकैया नायडू विपक्ष के प्रमुख लोगों से मुलाकात करेंगे.वेंकैया नायडू को दक्षिण भारत के दलों, वित्त मंत्री पर समाजवादी पार्टियों और राजनाथ सिंह पर शिवसेना, टीएमसी, उत्तरपूर्व के दलों से बात करने की जिम्मेदारी दी गई है. यह समिति शुक्रवार को सोनिया गांधी और सीताराम येचुरी के साथ मुलाकात करेगी.
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