नई दिल्ली: कनाडा में खालिस्तानी समर्थकों पर कार्रवाई ना किए जाने को लेकर केंद्रीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने तीखा हमला बोला है। बुधवार (28 जून) को जयशंकर ने कहा है कि वोट बैंक पॉलिटिक्स के कारण ऐसा हो रहा है। उन्होंने कहा कि भारत विरोधी तत्वों पर लगाम ना लगाने की वजह से ही दोनों देशों के रिश्ते निचले स्तर पर हैं। इतना ही नहीं इस मौके पर उन्होंने चेतावनी भी दी है और कहा कि अगर कनाडा में हो रही गतिविधियों से भारत की संप्रभुता, सुरक्षा और अखंडता पर खतरा उत्पन्न होता है, तो फिर भारत उस पर कार्रवाई करेगा। जयशंकर ने कहा कि हमारे लिए यह महत्वपूर्ण है कि खालिस्तान मसले से कनाडा कैसे डील करता है।
उन्होंने कहा कि मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि कनाडा वोटबैंक की पॉलिटिक्स के कारण इस मामले में ढीलाई से ऐक्शन ले रहा है। उन्होंने कहा कि इस मामले ने कई प्रकार से भारत और कनाडा के रिश्तों को प्रभावित किया है। जयशंकर ने कहा कि ऐसा लगता है कि वोट बैंक की सियासत के कारण कनाडा की सरकार इस मामले में आनाकानी कर रही है। विदेश नीति के मामले में दो-टूक बोलने वाले जयशंकर ने पाकिस्तान को लेकर भी कहा कि आतंकवाद खत्म होने से पहले कोई बात नहीं हो सकती।
जयशंकर ने आगे कहा कि हम आतंकवाद को सामान्य नहीं होने दे सकते। हम नहीं चाहेंगे कि पाकिस्तान से संवाद भी चलता रहे और आतंकवाद की घटनाएं भी होती रहें। दरअसल, कनाडा में पंजाबी मूल के लोग बड़ी तादाद में रहते हैं। बताया जा रहा है कि कनाडा की सरकार इन लोगों की नाराजगी मोल नहीं लेना चाहती। इसी के कारण वह कोई कदम नहीं उठा रही है। हालांकि, पिछले कुछ महीनों में कई खालिस्तानी कमांडरों की जान गई हैं। इनमें से कई लोग तो फायरिंग में मारे गए हैं। गौरतलब है कि कनाडा सरकार से भारत ने कई बार अनुरोध किया है कि वह खालिस्तानी तत्वों पर लगाम कसे।
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