रायपुर: भारतीय रेलवे ने कोयला ढुलाई को निर्बाध जारी रखने के लिए छत्तीसगढ़ से चलने तथा निकलने वाली 34 ट्रेनों का निरस्तीकरण एक महीने तक बढ़ा दिया है। अब 24 जून तक इन ट्रेनों का संचालन नहीं होगा। वही प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसे रेलवे के निजीकरण का षड्यंत्र बताया है।
बीते दिनों सीएम भूपेश बघेल ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से इस बारे में बातचीत की थी। तत्पश्चात, 6 ट्रेनों को बहाल किया गया था। रेलवे ने बीते महीने गहराए बिजली संकट के बीच ताप विद्युत संयंत्रों तक कोयला ढुलाई में अड़चन नहीं आए इसलिए देशभर में सैकड़ों ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया था। इनमें छत्तीसगढ़ से निकलने एवं चलने वाली वाली अनेक ट्रेनें सम्मिलित हैं।
वही इन ट्रेनों को पहले 24 मई तक रद्द किया गया था, जिसे अब बढ़ाकर 24 जून कर दिया गया है। इससे छत्तीसगढ़ के ही नहीं बल्कि प्रदेश से निकलने वाली ट्रेनों के हजारों यात्रियों को समस्या का सामना करना पड़ेगा। दक्षिण पूर्व तथा मध्य रेलवे के स्टेशनों से चलने वाली ट्रेनें निरस्त होने से अनेक प्रदेशों से आवाजाही मुश्किल होगी। बता दे कि रेलवे ने बीते महीने गहराए बिजली संकट के बीच ताप विद्युत संयंत्रों तक कोयला ढुलाई में बाधा नहीं आए इसलिए ये कदम उठाया था।
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