आज के दौर में तेज़ी से पेड़ पौधों का सफाया किया जा रहा है जिससे ग्लोबल वार्मिंग जैसी समंस्या बढ़ती जा रही है. अगर यही हालात रहे और इसके लिए अभी नहीं सोचा गया तो वह दिन दूर नहीं जब लोगों को सांस लेने के लिए ऑक्सीजन खरीदनी पड़ेगी. पेड़ नहीं होंगे तो जीवन का निर्वाह किस तरह संभव होगा? क्या कभी आपने सोचा है कि जिस तेज़ी से पेड़ों की कटाई की जा रही है तो आने वाले कुछ दिन में पूरी धरती वृक्ष विहीन हो जाएगी तब हमारा क्या होगा? तो आइये संकल्प लें वृक्ष बचाने का, पर्यावरण बचाने का, हमारा जीवन बचाने का..
पेड़ों की कटाई पर पेड़ों द्वारा की जाने वाली पुकार पर जरा ध्यान दें...
मैं जीव हूँ मुझे काट ना देंना
एक भी डाली को छाँट ना देंना
वक्त आने पर जरूरत के लिये
कुल्हाड़ी सें मुझे काट ना देंना
शुद्ध वायू मैं देता हूँ
कार्बनडाईआक्साईड मैं लेता हूँ
जीवन को सार्थक बना दुंगा
मैं आपको वचन देता हूँ
मेरी पत्तियो के छाँवो में
वक्त जरा बिताना तुम
तुझको मैं शीतल ही शीतल कर दूँ तो
सारी दुनिया को बताना तुम...
गौरी लंकेश की हत्या पर समर्थकों ने निकाली मार्च