आज आपने भी देखा होगा की दूध डेयरी में दूध की कमी आ रही हैं इसका मुख्य कारण दूध की खपत अधिक से अधिक हो रही हैं .दूध हमारे लिए बहुत ही उपयोगी हैं यह हमारे शरीर में हर एक पोषक तत्वों की कमी को पूरा करता हैं .साथ ही साथ हमें भरपूर शक्ति प्रदान करता हैं .ऐसे में इस फील्ड में करियर बनाने के लिए संभानाएं बढ़ गईं हैं. इस फील्ड में भारत के विकास का अंदाजा इस बात से भी लगा सकते हैं कि अमेरिका के बाद भारत दूध उत्पादन में दूसरे नंबर पर है.
डेयरी टेक्नोलॉजी से जुडे प्रोफेशनल का काम दूध उत्पादन, प्रोसेसिंग, पैकेजिंग, स्टोरेज, ट्रांसपोर्ट, डिस्ट्रीब्यूशन से जुडा होता है.
योग्यता:
डेयरी उद्योग में भविष्य संवारने के लिए डेयरी टैक्नोलॉजी में बी.टेक., बी.एससी., एम.टेक, एम.एससी. और पी.एचडी. कर सकते हैं. बी.एससी. 3 साल, बी.टेक. 4 साल और एम.एससी. 2-2 साल के कोर्स होते हैं. बी.टेक. में एडमिश;ान के लिए 12वीं में साइंस सब्जेक्ट होना जरूरी है .
जरूरी स्किल:
डेयरी टेक्नोलॉजी में करियर बनाने के इच्छुक लोगों की रुचि साइंस में होनी जरूरी है. काम के प्रति समर्पित और नई चीजों को जानने की कोशिश करते रहें. सबसे जरूरी है कि इन लोगों को शहर की सुख-सुविधाओं से गांवों में भी जीवन जीने का आदी होना चाहिए.
प्रमुख संस्थान:
इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर,
पश्चिम बंगाल यूनिवर्सिटी ऑफ एनीमल एंड फिशरीज साइंस, कोलकाता
सेठ एम.सी. कालेज ऑफ डेयरी टैक्नोलॉजी, आनंद कैम्पस आनंद, गुजरात
संजय गांधी इंस्टीच्यूट ऑफ डेयरी टैक्नोलॉजी, पटना
उस्मानिया विश्वविद्यालय, हैदराबाद
राजेन्द्र प्रसाद एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी समस्तीपुर बिहार