फ़्रांस के इस्लामिक अतिवाद के विरुद्ध सख्त रुख़ की वजह से बहस बढ़ती जा रही है। इसे लेकर इस्लामिक देशों से सख्त प्रतिक्रिया आई है। ढाका में प्रदर्शनकारियों ने फ़्रांस के प्रेसिडेंट इमैनुएल मैक्रों के पुतले को आग से जलाया। इमैनुएल मैक्रों ने फ़्रांसीसी पत्रिका शार्ली हेब्दो में पैग़ंबर मोहम्मद पर प्रकाशित कार्टून का सपोर्ट किया था। प्रदर्शनकारी ढाका स्थित फ़्रांसीसी दूतावास की ओर बढ़ रहे थे किन्तु पुलिस ने उन्हें रोक दिया।
इसके साथ ही इमैनुएल मैक्रों ने फ़्रांसीसी सेक्युलरिज़्म का बचाव किया था तथा उसके पश्चात् से वो कई मुस्लिम बहुल देशों के निशाने पर हैं। वही इस माह के आरम्भ में पैग़ंबर मोहम्मद पर प्रकाशित कार्टून को लेकर फ़्रांस में एक अध्यापक का सिर कलम कर दिया गया था। उस अध्यापक को श्रद्धांजलि देते हुए मैक्रों ने कहा था कि वो कार्टून के केस में नहीं झुकेंगे। सोमवार को तुर्की के प्रेसिडेंट रेचेप तैय्यप अर्दोआन ने भी फ़्रांसीसी सामानों के बहिष्कार का आग्रह किया था।
टीवी पर प्रसारित अपने भाषण में अर्दोआन ने कहा था, ''जिस प्रकार से दूसरे विश्व युद्ध के पश्चात् यहूदियों को निशाना बनाया जा रहा था उसी प्रकार से मुसलमानों के विरुद्ध अभियान चल रहा है। यूरोप के नेताओं को चाहिए कि वे फ़्रांस के प्रेसिडेंट को नफ़रत भरे अभियान रोकने के लिए कहें।'' वही अब ये प्रदर्शन दिन-प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहा है, साथ ही इसे नियंत्रित करने के प्रयास भी किए जा रहे है।
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