लखनऊ: उत्तर प्रदेश के भदोही में समाजवादी पार्टी (सपा) के पूर्व जिलाध्यक्ष हैं विकास यादव। उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने माता सीता और निषादराज को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की है। इसके बाद विरोध बढ़ता देख सपा के नेता ने माफी माँगने में भी देर नहीं लगाई। उन्होंने वादा किया कि वो आगे से ऐसी हरकत नहीं करेंगे।
रिपोर्ट के अनुसार, ये घटना रविवार ( 24 अप्रैल 2022) की है। उस समय विकास यादव कुछ लोगों के साथ गंगा में नाव की सवारी कर रहे थे। उसी समय उन्होंने ये बयान दिया। विकास यादव ने कहा कि, 'निषादराज सीता के चक्कर में पड़ गए थे, उनकी (बुरी) नजर सीता जी पर थी और वो उन्हें ही नदी के पार ले जाना चाहते थे।' उनके इस बयान को किसी ने कैमरे में रिकॉर्ड कर लिया और सोशल मीडिया पर डाल दिया। सोमवार जब विकास यादव ने सोशल मीडिया पर वायरल अपने बयान का विरोध होते देखा, तो उन्होंने कहा कि ये शब्द उनसे गलती से निकल गया है। अब दोबारा ऐसी गलती नहीं होगी। उन्होंने ये भी सफल दी कि उनकी मंशा किसी की भावनाओं को ठेस पहुँचाने की नहीं थी। यादव ने सफाई पेश करते हुए दावा किया वो स्वयं भी भगवान को मानते हैं और उनमें आस्था रखते हैं।
भले ही विकास यादव ने अपने अपमानजनक बयान को लेकर माफी माँग ली हो, मगर उनकी मुश्किलें इससे कम नहीं हुईं हैं। ‘निषादराज पार्टी’ के ज्ञानपुर के MLA विपुल दुबे ने पुलिस अधीक्षक डॉ अनिल कुमार को पत्र लिखकर इसकी शिकायत की है। विपुल दुबे ने कहा कि सपा नेता की मानसिकता दूषित हो गई है। पुलिस अधीक्षक के अनुसार, मामले में ज्ञानपुर कोतवाली में प्रकरण दर्ज किया जा रहा है। मामले में जांच के बाद जरूरी कार्रवाई की जाएगी।
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