कानपुर : दिया तले अँधेरा वाली कहावत तब चरितार्थ हो गई जब साइबर सिक्युरिटी पर सतर्क करने वाले आईआईटी कानपुर के खाते से ही करीब 50 लाख रुपए फर्जी चेक से उड़ा दिए गए.यह रुपए आईआईटी स्थित एसबीआई बैंक से निकाले गए है. इस मामले में बैंक के ही कुछ कर्मचारियों पर शक है. हालाँकि आईआईटी प्रशासन ने इसकी रिपोर्ट कल्याणपुर थाने में दर्ज करा दी है.
गौरतलब है कि इस मामले के खुलासा करते हुए आईआईटी संस्थान के वित्त एवं लेखा विभाग के अधीक्षक वीरेंद्र कुमार ने बताया कि 5 जुलाई 2017 को ईजी सोर्स एचआर सॉलूशन प्राइवेट लिमिटेड को 2.04 लाख रुपए का चेक जारी किया गया था. चेक जब एसबीआई में भुगतान के लिए लगाया गया तब बैंक ने बताया कि इस नंबर के चेक से 1.80 लाख रुपए का भुगतान किया जा चुका है. इसके बाद हुई जाँच में पता चला कि कई व्यक्तियों या संस्थाओं ने फर्जी चेक से करीब 50 लाख रुपए की रकम निकाल ली है.
बता दें कि इस घटना में बैंक के ही कुछ कर्मचारियों पर शक है. बैंक के सीसीटीवी फुटेज देखे जाने के साथ ही अन्य बिंदुओं पर भी जांच हो रही है. जबकि एसबीआई मैनेजर दिनेश कुमार मिश्र के अनुसार आईआईटी के खाते से अलग-अलग चेक से अलग-अलग रकम निकाली गई है. जांच चल रही है कई लोग शक के दायरे में है.इस घटना के बाद आईआईटी प्रशासन द्वारा आपत्ति लिए जाने के बाद बैंक ने आईआईटी के खाते में तत्काल 14.7 लाख रुपए की रकम जमा कर दी,लेकिन बाकी की रकम देने से इंकार कर दिया.
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