न्यूयॉर्क: अमेरिका के पेन्सिलवेनिया सुप्रीम कोर्ट ने कैथोलिक चर्चों की सच्चाई पेश करती एक रिपोर्ट पेश की है, जिसमें करीब 300 से ज्यादा पादरियों के नाम हैं. सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी की गई ग्रैंड जूरी की रिपोर्ट में ये खुलासा किया गया है कि पिछले 70 सालों में पादरियों ने एक हज़ार से भी ज्यादा बच्चों का यौन शोषण किया है.
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ज्यूरी ने अपनी जांच में पाया कि पिछले 70 सालों के दौरान 6 केन्दों के पादरियों ने एक हज़ार से ज्यादा बच्चों का यौन शोषण किया है, साथ ही रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि पादरियों के इन गुनाहों को छिपाने के लिए चर्च ने उनका साथ दिया है. मंगलवार को पेश हुई इस रिपोर्ट को तैयार करने में 18 महीने तक जांच की है. हालाँकि जांच करने वाले अधिकारीयों का कहना है कि एक हज़ार बच्चे तो वे हैं, जो पहचाने जा सकते हैं, किन्तु इस तरह शोषित होने वाले बच्चों की संख्या और भी ज्यादा हो सकती है.
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रिपोर्ट में बताया गया है कि पादरियों ने युवा लड़कियों का ही नहीं बल्कि कम उम्र के लड़कों का भी शोषण किया है. रिपोर्ट में सैंकड़ों पादरियों के नाम हैं लेकिन कुछ नाम इस वजह से संशोधित कर दिए गए कि इससे उनके संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन होगा. रिपोर्ट में वाशिंगटन के आर्कबिशप कार्डिनल डोनल्ड वर्ल की भूमिका की भी आलोचना की गई है. आपको बता दें कि पेन्सिलवेनिया कि ज्यूरी का गठन 2016 में किया गया था, इसके बाद से ज्यूरी ने कई लोगों की गवाही ली और लगभग 5 लाख दस्तावेजों का भी निरिक्षण किया, जिसमें उन्हें पता चला कि कई पीड़ित लड़के -लड़कियों को ड्रग्स देकर या बहला फुसला कर शोषण किया गया था.
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