नई दिल्ली : नकली चीजें बनाने वालों की अक्ल तो सही रहती है, लेकिन चलती गलत रास्तों पर है.ऐसा ही मामला नकली नोट बनाने वालों का है.नकली नोट बनाने वाले कलाकार नकली नोट को इतनी सफाई से बनाते हैं कि असली के सामने भेद करना मुश्किल हो जाता है.ऐसा ही मामला मालदा और नादिया में पकड़े नकली नोटों के मामले में सामने आया है जो हूबहू असली जैसे दिखते है.इस पर एनआईए ने गंभीर चिंता जताते हुए सरकार को नये नोटों की खामियों से अवगत करवाया है.
गौरतलब है कि एनआईए के अधिकारियों ने नादिया से राशन की दुकान चलाने वाले शरीफुल शाह नामक एक शख्स को पांच सौ रुपये के नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया था. एनआईए अधिकारियों ने कहा कि नंगी आंखों से नकली और असली नोट में फर्क समझना मुश्किल है.इसके प्रति NIA ने चिंता जाहिर कर सरकार को सूचित किया है.
आपको बता दें कि नक्कालों ने पांच सौ के नये नोट के लगभग सभी सुरक्षा फीचर की जस के तस नकल कर ली है . सिर्फ छपाई कुछ कमजोर है. बता दें कि पाकिस्तान में भारतीय नकली नोट खूब छापे जा रहे हैं.इससे पहले भारत-बांग्लादेश सीमा से 2000 हजार रुपये के नकली नोटों के साथ पकड़े गये शख्स ने बताया था कि उसे यह खेप पाकिस्तान से उसके पास आई थी. उसने यह भी बताया कि पाकिस्तान में 100 और 50 रुपये के भी नकली नोट छापकर भारत भेजे जा रहे हैं.
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