खांसी एक आम समस्या है, लेकिन अगर खांसी में कफ के साथ खून आने लगे तो उसे नजरंदाज नही करना चाहिए। जी दरअसल यह किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। आपको बता दें कि खांसी में कफ के साथ खून आने की पेरशानी हेमोप्टाइसिस कही जाती है। जी हाँ और ये परेशानी किसी इंफेक्शन या कैंसर जैसी बड़ी बीमारी का शुरुवाती लक्षण हो सकती है। ऐसे में इसको नज़रंदाज़ नहीं करना चाहिए। हेमोप्टाइसिस की जांच कफ देखकर तो की सकती है, इसी के साथ ही लैब टेस्ट, एक्स-रे या ब्रोंकोस्कोपी से भी इसका पता लगाया जा सकता है। अब हम आपको बताते हैं किन कारणों से व्यक्ति हेमोप्टाइसिस की चपेट में आ सकता है।
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हेमोप्टाइसिस के कारण : निमोनिया, ब्रोंकाइटिस, या टीबी की परेशानी में खांसी के साथ खून आने की तकलीफ होती है। इसी के साथ ही कोई फंगल इंफेक्शन भी हेमोप्टाइसिस की वजह बन सकता है। जी हाँ और खांसी में खून आने को कैंसर जैसी बड़ी समस्याओं से जोड़कर भी देखा जाता है। इस लिस्ट में थ्रोट कैंसर, लंग कैंसर या ब्लड कैंसर शामिल है। इसके अलावा एंटीकोआगुलंट्स नामक दवाईयां भी ब्लड क्लॉट्स बनाती हैं जो हेमोप्टाइसिस का कारण बन सकते हैं। पल्मोनरी एंबोलिज्म भी फेफड़ों में हुआ ब्लड क्लॉट है जिसके चलते कफ के साथ ब्लड आने की परेशानी होती है। कई बार हेमोप्टाइसिस की वजह कोई गंभीर चोट से हुई इंटर्नल ब्लीडिंग भी हो सकती है।
हेमोप्टाइसिस के लक्षण : इसका सबसे बड़ा और एकमात्र लक्षण ही खांसी में खून आना है। अगर खांसी के साथ हल्के खून के स्पॉट्स या कुछ खून की ड्रॉप्स भी दिखती हैं तो ये हेमोप्टाइसिस की ओर इशारा हो सकता है।
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