बामड़ा : ओडिशा के संबलपुर जिले के गरपोष के छात्र श्रेयस केसरवानी के साथ हुई रैगिंग और मौत मामले में एक नया मोड़ यह आया है कि विशाखापत्तनम पुलिस द्वारा अदालत में दाखिल आरोप पत्र में आरोपी छात्रों और कॉलेज को बचाने पर श्रेयस के पिता शैलेष केसरवानी ने इस मामले की सीबीआई से जाँच कराने की मांग की है.
बता दें कि गरपोष निवासी शैलेष केसरवानी का बेटा श्रेयस केसरवानी विशाखापटनम स्थित चैतन्य इंस्टीट्यूट में इंटर का छात्र था. गत दिसंबर माह में वह रैगिंग का शिकार हो गया था .उसकी हालत बिगड़ने पर उसे भुवनेश्वर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां उसकी मौत हो गई थी. जिसने राज्य का माहौल गर्मा दिया था.मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री से बातचीत की थी. वहीं इस मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने भी कोर्ट में रिपोर्ट दाखिल की थी.
विशाखापत्तनम पुलिस द्वारा इस मामले कोर्ट में जो चार्ज शीट दाखिल की है उसमें 302, 34 के बदले 304 में मामला दर्ज कर यह बताया कि झारखंड और बिहार के आरोपी दो छात्रों का श्रेयस को मारने का इरादा नहीं था. साथ ही कालेज प्रबंधन को भी बचा लिया गया. विशाखापत्तनम पुलिस की कार्रवाई से श्रेयस के परिजनों ने इन्साफ मिलने में संदेह जताया है .इसलिए उन्होंने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की है.
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