मुंबई। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता स्वर्गीय गोपीनाथ मुंडे की बेटी की परेशानी नोटबंदी के दौरान बढ़ती नज़र आ रही है। दरअसल मुंडे की बेटी प्रीतम मुंडे के वैद्यनाथ कोआॅपरेटिव बैंक में काले, सफेद के खेल की जानकारी मिली है। इस मामले में यह बात सामने आई है कि एक बड़े चिकित्सक पर कालेधन को लेकर शिकंजा कसा गया है। दरअसल मुंबई के वरिष्ठ चिकित्सक सुरेश आडवाणी के खिलाफ प्रकरण दर्ज हुआ है।
आडवाणी पद्म अलंकरण से सम्मानित चिकित्सक हैं। वर्ष 2012 में उन्हें पद्म भूषण सम्मान दिया गया है तो दूसरी ओर वर्ष 2002 में उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया गया था। महत्वपूर्ण चिकित्सक सिगमा हाॅस्पिटल के मालिक डाॅ. सुरेश टाकलकर के विरूद्ध प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। मिली जानकारी के अनुसार केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो ने जांच की है। जांच के दौरान चिकित्सक ने प्रीतम मुंडे के बैंक में कालेधन को सफेद किए जाने के उद्देश्य से जमा किया था।
गौरतलब है कि प्रीतम मुंडे स्वयं भी चिकित्सक हैं। सीबीआई द्वारा वैद्यनाथ कोआॅपरेटिव बैंक की करीब 10 शाखाओं में छापामार कार्रवाई की गई। इस दौरान बैंक के दो मैनेजर, विपिन शाह व शिरीष ठिगले को पकड़ लिया गया था। दोनों पर आरोप है कि इन लोगों ने ब्लैक मनी को व्हाईट मनी में बदलने का प्रयास किया।
तो दूसरी ओर यह माना गया है कि इस ब्लैक मनी को इसे औरंगाबाद के बीड से मुंबई लाया गया था। इस मामले में कहा गया है कि नोटबंदी के बाद इन्कम टैक्स डिपार्टमेंट की छापेमार कार्यवाई में पीएमओ खुद ध्यान दे रहा है। दरअसल पीएमओ सेे जिस तरह से सूचना मिल रही है उस आधार पर 80 प्रतिशत छापामार कार्रवाई की जा रही है।
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