नई दिल्ली : दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार के लिए लगातार मुश्किलें खड़ी हो रही हैं. शुंगलू कमेटी की रिपोर्ट के बाद से ही केजरीवाल सरकार पहले ही बैकफुट पर है. ऐसी दशा में एमसीडी चुनावों से ठीक पहले सीबीआई द्वारा दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में एक प्राथमिक जांच दर्ज कर लिए जाने से परेशानी और बढ़ गई है. फिर भी अरविन्द केजरीवाल अपने मंत्री को हिम्मत दिला रहे हैं.
बता दें कि विपरीत हालातों के बीच अरविंद केजरीवाल अपने मंत्री सत्येंद्र जैन को दिलासा दे रहे हैं. उन्होंने सत्येंद्र को ट्वीट किया है कि आपने कई बड़े माफ़िया से पंगा लिया है. आपको तोड़ने के लिए CBI जैसे सब हथियार इस्तेमाल करेंगे. डटे रहना. टूटना मत. ईश्वर आपके साथ है. हालाँकि इस ट्वीट पर जैन की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. हालाँकि सतेंद्र जैन खुद पर लगे आरोपों से इंकार करते रहे हैं. केजरीवाल सरकार के इस वरिष्ठ मंत्री का कहना है कि हवाला कारोबारियों से उनका नाता नहीं और इस मामले में उन्हें आरोपी नहीं, बल्कि गवाह के रूप में बुलाया गया था.
सीबीआई का आरोप है कि जैन 2015-16 के दौरान लोक सेवक रहते हुए एक निजी कम्पनी के जरिए 4.63 करोड़ रुपये के धनशोधन में शामिल थे. इस बारे में सीबीआई ने बताया कि उसने जो रिपोर्ट इनकम टैक्स से मिली उसे आधार बनाकर प्राथमिक जाँच दर्ज की है. मामला नया बेनामी लेनदेन निषेध कानून के खिलाफ आयकर विभाग द्वारा सीबीआई को भेजा गया था, उसे हमने अपनी जांच का आधार बनाया है. जैन के नियंत्रण वाली कंपनियों को कोलकाता स्थित जीवेंद्र मिश्रा, अभिषेक चोखानी और राजेंद्र बंसल नाम के तीन हवाला कारोबारियों की 56 शेल कंपनियों से 16.39 करोड़ रुपये मिले.
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