मिली जानकारी के मुताबिक़ बताया जा रहा है की सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन बोर्ड (CBSE ) ने कक्षा छठी से आठवीं तक के परीक्षा पैटर्न में एक बड़ा बदलाव किया हैं. बताया जा रहा है की ये पैटर्न इसी शैक्षिक सत्र से लागू किए जाएंगे. जारी किए गए नए नियमों के तहत अब सीबीएसई से जुड़े 18,688 स्कूलों में साल में दो बार परीक्षाएं ली जाएगीं. इस परीक्षा का नाम टर्म-1 और टर्म-2 रखा गया है.
इस तरह का किया गया बदलाव -
बताया जा रहा है की अब साल में दो बार एग्जाम्स होंगे. ये एग्जाम टर्म-1 और टर्म-2 के नाम से जाने जायेगें. ये एग्जाम्स स्कूलों द्वारा ही लिए जायेगे. इसके बाद सभी स्कूल रिपोर्ट कार्ड जारी करेंगे. वहीं हम कक्षा 9 वीं की बात करें तो इसका एग्जाम बिल्कुल क्लास 10 की तरह लिया जाएगा, जिससे बच्चे एक साल पहले ही 10 वीं बोर्ड के लिए अच्छी तरह तैयार हो सकें
पेपर का पैटर्न -
जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है की टर्म-1 का पेपर 100 नंबर का होगा. इसमें से 20 नंबर छात्र के व्यवहार और शैक्षिक गतिविधियों के दिए जाएंगे. इन्हें एग्जाम से पहले तय किया जाएगा. इन 20 नंबरों से 10 नंबवर पीरियोडिक टेस्ट के होंगे और बाकी के 10 नंवबर दो भागों में बंटेंगे. 5 नंबर नोटबुक जमा करने के और 5 नवंबर स्टूडेंट की समझ के होंगे. बाकी के 80 नंबर लिखित एग्जाम के होंगे. वहीं यदि हम बात टर्म-2 की करें तो टर्म -2 भी 100 नंबर का होगा. इसमें भी 20 नंबर छात्र की एजुकेशनल एक्टिविटीज के होंगे और बाकी के 80 नंबर लिखित एग्जाम के. ऐसा इसलिए किया जा रहा है जिससे छात्र अगले सत्र की परीक्षा के लिए मानसिक रूप से तैयार हो सकें.
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