नयी दिल्ली- सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन बोर्ड (CBSE ) ने कक्षा छठी से आठवीं तक के परीक्षा पैटर्न में एक बड़ा बदलाव किया हैं. बताया जा रहा है की ये पैटर्न इसी शैक्षिक सत्र से लागू किए जाएंगे. जारी किए गए नए नियमों के तहत अब सीबीएसई से जुड़े 18,688 स्कूलों में साल में दो बार परीक्षाएं ली जाएगीं. इस परीक्षा का नाम टर्म-1 और टर्म-2 रखा गया है. सीबीएसई ने छठी से नौवीं कक्षाओं के लिए कंटीन्युअस एंड कॉम्प्रिहेंसिव एजुकेशन (सीसीई) सिस्टम खत्म करने के साथ एक और बड़ा कदम उठाया है. बोर्ड ने अकादमिक वर्ष 2017-18 से ग्रेडशीट (मार्कशीट) में बदलाव करने का फैसला किया है.
बताया जा रहा है की अब सीबीएसई स्कूलों में 10वीं कक्षा के छात्रों के फाइनल ग्रेडशीट सर्टिफिकेट में उनके 9वीं क्लास का रिजल्ट नजर नहीं आएगा. अब 9वीं के एसए (सेमेटिव एसेसमेंट) और एफए (फॉरमेटिव एसेसमेंट) के अंक 10वीं में नहीं जुड़ेंगे. यह प्रावधान बोर्ड बेस्ड और स्कूल बेस्ड दोनों तरह के विद्यार्थियों के लिए किया गया है.
सीबीएसई ने यह बदलाव 10वीं बोर्ड होने की वजह से किया है. इस वर्ष सीबीएसई ने सीसीई डाटा (मार्क्स और रिपोर्ट) ऑनलाइन मंगाने का फैसला किया है. 20 अप्रैल तक स्कूल इसे ऑनलाइन भेज सकते हैं.
CBSE Board : कक्षा छठी से नौवीं तक के परीक्षा पैटर्न में बदलाव, अब दो बार लिया जाएगा एग्जाम
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