सेंटेनियल नाम से इस अजूबे बल्ब को जाना जाता है. कैलिफोर्निया के लिवरमोर शहर के दमकल केंद्र में लगे इस बल्ब को शेल्बी इल्क्ट्रॉनिक कंपनी ने बनाया था, जिसे वर्ष 1901 में पहली बार जलाया गया था. तब से लेकर आज तक यह बल्ब जलता ही जा रहा है.
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प्राप्त जानकारी के अनुसार साल 1937 में बिजली का तार बदलने के लिए इस बल्ब को पहली बार बंद किया गया था और तार बदलने के बाद उसे फिर से जला दिया गया था. इस बल्ब का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है. इस बल्ब की निगरानी सीसीटीवी कैमरे से की जाती है.
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ये बल्ब 24 घंटे चार वॉट बिजली से जलता रहता है. साल 2001 में इस बल्ब का 100वां जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया था, जिसमें संगीत पार्टी का भी आयोजन किया गया था.इस अनोखे बल्ब को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं. दमकल केंद्र में कभी-कभी इतनी भीड़ हो जाती है कि लगता है कि वो कोई म्यूजियम हो. साल 2013 में यह बल्ब अपने आप बंद हो गया था, तब लोगों को लगा था कि शायद बल्ब फ्यूज हो गया, लेकिन जब जांच की गई तो तार में खराबी निकली. इसके बाद तार को फिर से बदल दिया गया और बल्ब फिर जलने लगा.
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