नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने कहा है कि बीते कुछ दिनों से कोविड-19 के पॉजिटिव मामलों की तादाद में वृद्धि दर अपेक्षाकृत स्थिर होती जा रही है। पिछले कुछ दिन चिंता और तनाव से भरे थे। हमारा दिलो-दिमाग ऐसी किसी बड़ी मुसीबत या राष्ट्रीय तालाबंदी के लिए बिलकुल भी तैयार नहीं था। स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि बीते 24 घंटों में 43 नए मामले दर्ज किए गए हैं और चार लोगों की मौत हुई है। जिसकी वजह से संक्रमित लोगों की संख्या 694 पर पहुंच गई है। जिसमें से 42 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। वहीं कोविड-19 की वजह से मरने वालों की संख्या बढ़कर 19 हो गई है।
संयुक्त स्वास्थ्य सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि, 'बेशक कोरोना के केस बढ़ रहे हैं। हम दर में अपेक्षाकृत स्थिर प्रवृत्ति देख रहे हैं या फिर बढ़ोतरी की दर में थोड़ी कमी आ रही है। देश पूरी तरह से इस वायरस से जंग लड़ने के लिए तैयार है।' केंद्र लगातार इस बीमारी को एक खतरे के रूप में देख रहा है। स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने दोपहर में प्रदेश के समकक्षों के साथ इसे लेकर विस्तृत समीक्षा की जो ढाई घंटे से ज्यादा समय तक चली। इस तरह की स्थितियों को रोकने और उनका सामना करने के तरीके के संबंध में अन्य लोगों के सुझाव के साथ उन प्रदेशों के साथ चर्चा की गई जहां कोरोना के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं।
चर्चा के दौरान अस्पताल की तैयारियों पर विचार विमर्श हुआ और लोगों को ट्रेस करके उनके एकांतवास की निगरानी करने के लिए कहा गया। सरकार की ब्रिफिंग में अग्रवाल ने कहा कि एक स्पष्ट ट्रेंड का पता लगा पाना कठिन है। जिसकी वजह से सरकार और नागरिकों दोनों को सतर्क रहकर लॉकडाउन का पालन करना होगा। सरकार ने यह भी कहा कि इस बात का कोई पुख्ता रपमं नहीं मिला है कि कोरोना वायरस का संक्रमण सामुदायिक फैलाव वाले चरण में पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि भारत अब भी दूसरे चरण में है।
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