नई दिल्ली: बजट में केंद्र सरकार ने बैंकों के निजीकरण को लेकर ऐलान किया था. वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में दो सरकारी बैंकों के निजीकरण की बात कही थी. सरकार की इस घोषणा के अनुसार, केंद्र सरकार, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन ओवरसीज बैंक में अपनी हिस्सेदारी बेच सकती है. मगर अब खबर मिल रही है कि सरकार बैंक ऑफ इंडिया (BOI) में भी अपनी हिस्सेदारी बेच सकती है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, नीति आयोग ने दो बैंकों के नाम की अनुशंसा भी की है. किन्तु सूत्रों के अनुसार, अब बैंक ऑफ हिस्सेदारी बिक्री को लेकर BOI का नाम भी सामने आ रहा है. शेयर प्राइस के आधार पर देखा जाए तो सेंट्रल बैंक और इंडियन ओवरसीज बैंक की मार्केट वैल्यू 44,000 करोड़ रुपए है, जिसमें इंडियन ओवरसीज बैंक का बाजार पूंजीकरण 31,641 करोड़ रुपए का है. इससे पहले नीति आयोग ने विनिवेश संबंधी सचिवों की कोर समिति को उन सरकारी बैंकों के नाम सौंप दिए हैं, जिनका विनिवेश प्रक्रिया के तहत वर्तमान वित्तीय वर्ष में निजीकरण किया जाना है.
बता दें कि बजट के दौरान बैंकों के साथ एक बीमा कंपनी की भी बात कही गई थी. नीति आयोग को निजीकरण के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के दो बैंको और एक बीमा कंपनी का नाम चुनने की जिम्मेदारी दी गई है. वित्तीय वर्ष 2021-22 के बजट में निजीकरण से संबंधित ऐलान किया गया था. मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि निजीकरण के लिए बैंक ऑफ महाराष्ट्र और इंडियन ओवरसीजन बैंक का नाम सूची में सबसे ऊपर है.
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