कोलकाता : केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के सांसद बाबुल सुप्रियो ने पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार की आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि आखिर बंगाल में टीएमसी तुष्टीकरण की राजनीति करने में लगी है। यहां पर शासन प्रशासन बुरी स्थिति में है और कानून व्यवस्था चरमराई हुई है। उनका कहना था कि यह सब बरकती के बयान से ही स्पष्ट हो चुका है। वे कई बार फतवे जारी कर चुके हैं कई बार वे विवादित बयान देते रहे हैं। वे तो देश के प्रधानमंत्री के खिलाफ भी फतवा जारी कर चुके हैं। उनके बयानों को समूचा देश समझ चुका है। मौलाना बरकती सदैव के लिए ही विवादित बयान देते रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में केवल और केवल वोट के लिए विभाजन हो रहा है। तुष्टिकरण की राजनीति चल रही है। यहां पर भारतीय जनता पार्टी को केवल सांप्रदायिक कहा जा रहा है और हिंदूत्ववादी विचारधारा का गलत प्रचार किया जा रहा हैं उसे केवल एक वर्ग का चेहरा बताकर पेश किया जा रहा है। यह सब गलत है। उनका कहना था कि जहां भी विकास की बात आती है वहां पर इस तरह से लोगों को बांटा नहीं जाता है। भाजपा सरकार सबका साथ सबका विकास के लक्ष्य के साथ कार्य कर रही है।
गौरतलब है कि टीपू सुल्तान मस्जिद के शाही इमाम मौलाना सैयद नुरूर रहमान बरकती ने विवादित बयान दिए। उन्होंने जहां लालबत्ती के उपयोग का लेकर बयान दिया तो वहीं तीन तलाक के मसले पर भी विवादित बयान दिया। मिली जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार ने वीआईपी कल्चर को समाप्त करने हेतु 1 मई से लालबत्ती के उपयोग पर रोक लगाई। शाही इमाम ने इस रोक को मानने से इन्कार किया है। उनका कहना है कि उन्हें यह सुविधा ब्रिटिशकाल से मिल रही है। इतना ही नहीं उन्होंने ट्रिपल तलाक को शरीया कानून के अनुसार बताया और कहा कि यह इस्लाम में शामिल है और इस्लाम के अनुसार है। उन्होंने कथित तौर पर बयान दिया कि जो भी आरएसएस और भाजपा का समर्थन करेगा उसकी पिटाई होगी। उन्होंने ऐसे मुसलमानों को कथित तौर पर हिजड़ा कहा।
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