नई दिल्ली: संसद की नई इमारत को लेकर सियासी बयानबाजी लगातार जारी है. अब केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी और कांग्रेस के दिग्गज नेता और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह के बीच ट्विटर वॉर शुरू हो गई है. दिग्विजय सिंह ने आर्थिक संकट के दौर में नई ईमारत पर पैसा खर्च करने को गलत बताया है, साथ ही यह भी सवाल उठाया कि इस मुद्दे पर चर्चा क्यों नहीं की गई. दिग्विजय के तमाम सवालों पर हरदीप पुरी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है.
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए और दिग्विजय सिंह को जवाब दिए. हरदीप पुरी ने दिग्विजय के ट्वीट को 'आलसी विपक्ष' का क्लासिक उदाहरण करार देते हुए लिखा कि, 'यदि दिग्विजय सिंह ने कुछ होमवर्क कर लिया होता और अपने तथ्य चेक कर लिए होते तो उन्हें पता चलता कि नई संसद बिल्डिंग का प्रस्ताव तब भी था जब उनकी पार्टी सत्ता में थी.'
इसके साथ ही हरदीप सिंह पुरी ने दिग्विजय के उन ट्वीट्स के जवाब भी दिए जिनमें ईमारत का निर्माण करने वाली कंपनी और निर्माण की पूरी प्रक्रिया को लेकर सवाल उठाए गए थे. दिग्विजय ने पूछा था कि ''इसकी चर्चा संसद में क्यों नहीं की गई? आर्किटेक्ट कौन है? उसे कैसे चुना गया है? उसकी साख क्या है? ये पूरा आइडिया सार्वजनिक क्यों नहीं किया गया? प्रधानमंत्री ने बड़े टाउन प्लानर्स की कमेटी सेटअप क्यों नहीं की?''
अजित डोभाल के बेटे से कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने मांगी माफ़ी, यहाँ जानें पूरा मामला
टाटा मोटर्स खरीदेगा टाटा मार्कोपोलो मोटर्स में शेष 49% हिस्सेदारी
Google ने उद्योग जगत की मांग को पूरा करने के लिए लॉन्च की नई साइट