नई दिल्ली: केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने दिल्ली सहित पूरे उत्तर भारत में बढ़ रहे वायु प्रदूषण को लेकर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार दिल्ली और उत्तर भारत में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है. जावड़ेकर ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि पीएम मोदी ने अगले पांच वर्षों में 100 शहरों की एयर क्वालिटी में सुधार करने का दृढ़ संकल्प लिया है.
जावड़ेकर ने कहा कि दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और चेन्नई की आबादी एक समान है और औद्योगिक और वाहनों से भी एक समान ही प्रदूषण होता है. दिल्ली में निरंतर बढ़ रहे वायु प्रदूषण को लेकर भी प्रकाश जावड़ेकर ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि, "दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक पिछले कुछ दिनों के दौरान 300 से अधिक रहा, जबकि चेन्नई में महज 29 था, मुंबई में यह 140 और बेंगलुरु में 45 था." आपको बता दें कि दिल्ली में प्रदूषण 'गंभीर" श्रेणी में पहुंच चुका है. लोगों को सांस लेने में काफी समस्या हो रही है.
दिल्ली में बीते एक दशक से पराली का धुआं सबसे बड़ी समस्या बनकर उभरा है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का कहना है कि दिल्ली में प्रदूषण का बड़ा कारण पंजाब और हरियाणा से आने वाला धुआं हैं. वहां के किसान अपने खेतों को साफ करने के लिए जो पराली जलाते हैं उसका धुआं दिल्ली और NCR की हवा में जहर घोल देता है. वर्तमान आंकड़ों के अनुसार, प्रदूषण बढ़ने में पराली जलने का योगदान 30 फीसदी तक हो सकता है. वहीं, दिल्ली सरकार प्रदूषण को कम करने के लिए आवश्यक कदम उठा रही है.
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