लुधियाना : ब्यास नदी में चड्ढा शूगर मिल के शीरे के साथ मरी मछलियों के बाद यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है.अब लोक इंसाफ पार्टी के मुखी और विधायक सिमरजीत सिंह बैंस ने आरोप लगाया है कि अनेक गांवों में कैमिकल युक्त पानी के प्रयोग के कारण कैंसर का खतरा बढ़ गया है.चड्ढा शूगर मिल ने पहले भी कैमिकल युक्त पानी छोड़ा है
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इस बारे में विधायक सिमरजीत सिंह बैंस ने बताया कि बठिंडा, जैतो, फिरोजपुर, जलालाबाद और इसके आस-पास के इलाकों के लोग भी कैंसर के शिकार हुए हैं। यह स्पष्ट हो गया है कि शूगर मिल से निकलने वाले रासायनिक दूषित पानी के प्रयोग से ही यहां के लोगों को कैंसर हुआ है.उन्होंने मुख्यमंत्री से किसी जज से जाँच कराने की मांग की है.कैमिकल युक्त पानी जहरीला साबित होने पर चड्ढा शूगर मिल मालिकों को कोर्ट के कटघरे में खड़ा किया जाए.
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों ब्यास नदी में चड्ढा शूगर मिल द्वारा छोड़े गए शीरे के दूषित पानी के कारण हजारों मछलियां मर जाने के बाद हड़कंप मच गया था. इस मामले में विधायक बैंस ने हर कैंसर पीड़ित के परिवार को 25-25 लाख रुपए प्रति व्यक्ति हर्जाना देने के साथ ही चड्ढा शूगर मिल मालिकों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की है.अब देखना यह है कि सरकार इस गंभीर मामले पर क्या कार्रवाई करती है.
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