नवरात्रि में दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से पहले जान लें यह 6 नियम

नवरात्रि में दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से पहले जान लें यह 6 नियम
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चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri 2022) का त्योहार शुरू होने जा रहा है। आप सभी को बता दें कि नवरात्रि का त्योहार 9 दिनों तक मनाया जाता है और। इन नौ दिनों में मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा करते हैं। आप सभी को बता दें कि हिन्दू धर्म के लोगों के अनुसार वैसे तो मां दुर्गा की रोजाना पूजा करना शुभ माना जाता है, हालाँकि नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा की पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। केवल यही नहीं बल्कि इसी के साथ ही व्यक्ति के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। आप सभी को बता दें कि नवरात्रि के दौरान बहुत से लोग दुर्गा सप्तशती का पाठ करते हैं और ऐसा करना काफी शुभ माना जाता है। हालाँकि दुर्गा सप्तशती में 13 अध्याय होते हैं जिन्हे नवरात्रि के दौरान काफी नियम से पढ़ा जाता है। अब आज हम आपको बताने जा रहे हैं दुर्गा सप्तशती का पाठ करने के कुछ नियम।


पहला नियम- ज्योतिष के मुताबिक दुर्गा सप्तशती पुस्तक को कभी भी हाथ में लेकर पाठ नहीं करना चाहिए। जी हाँ, पुस्तक को या तो व्यासपीठ में रखकर पाठ करें या फिर लाल रंग के कपड़े के ऊपर रखकर पाठ करें। 

दूसरा नियम- दुर्गा सप्तशती का पाठ करते समय आपको विराम नहीं लेना चाहिए। ध्यान रहे जब भी आप दुर्गा सप्तशती का पाठ शुरू करें तो बीच में रुकना नहीं चाहिए, हालाँकि आप एक अध्याय समाप्त होने के बाद 10 से 15 सेकेंड का विराम ले सकते हैं। 

तीसरा नियम- दुर्गा सप्तशती का पाठ करते समय इस बात का ख्याल रखें कि आपकी गति ना तो बहुत ज्यादा तेज होनी चाहिए और ना ही बहुत ज्यादा धीरे। जी दरअसल मध्यम गति में आपको दुर्गा सप्तशती का पाठ करना चाहिए और पाठ करते समय शब्द बिल्कुल स्पष्ठ सुनाई दे। 

चौथा नियम- दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से पहले आसान में बैठते समय सबसे पहले खुद की शुद्धि करें, और उसके बाद ही सप्तशती का पाठ शुरू करें।

पांचवा नियम- दुर्गा सप्तशती का पाठ शुरू करने से पहले पुस्तक को नमन और ध्यान करें। अब इसके बाद पुस्तक को प्रणाम करें और पाठ शुरू करें। 

छठा नियम- अगर एक दिन में पूरा पाठ न किया जा सके, तो पहले दिन केवल मध्यम चरित्र का पाठ करें और दूसरे दिन शेष 2 चरित्र का पाठ करें। आप चाहे तो एक, दो, एक चार, दो एक और दो अध्यायों को क्रम से सात दिन में पूरा कर सकते हैं।

चैत्र नवरात्रि 2022 कलश स्थापना शुभ मुहूर्त (Chaitra Navratri 2022 Ghatasthapana Shubh Muhurat)

चैत्र घटस्थापना शनिवार, अप्रैल 2, 2022 को

घटस्थापना मुहूर्त - सुबह 06 बजकर 22 मिनट से 08 बजकर 31 मिनट तक
अवधि - 02 घण्टे 09 मिनट्स
घटस्थापना अभिजित मुहूर्त - दोपहर 12   बजकर 08 मिनट से 12 बजकर 57 मिनट तक

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