कानपुर: सोमवार दोपहर निरंतर दूसरे दिन चमन गैस में ऑक्सीजन समाप्त हो जाने से लाइन में लगे तीमारदारों को तेज धूप के मध्य सि¨लडर लेकर दूसरे प्लांटों में ऑक्सीजन के लिए भागदौड़ करने में सारा दिन बीत रहा है। इस दौरान मुरारी, हरिओम गैस से लोगों को ¨सगल सि¨लडर पर ऑक्सीजन देने से मना कर दिया गया तो भीड़ बब्बर गैस पहुंच गई और वहां हंगामा कर रहे है।
ऑक्सीजन का सप्लाई बढ़े: प्रशासन ने चमन गैस को घर में आइसोलेट मरीजों के लिए ऑक्सीजन देने की जिम्मेदारी दी है। तकरीबन 5000 लोगों के घर में ऑक्सीजन की जरूरत होने के उपरांत भी चमन गैस को सबसे कम ऑक्सीजन अलॉट कर दी जाती है। जिसके कारण से वहां ऑक्सीजन हमेशा ही ख़त्म हो जाती है। सोमवार की दोपहर दो बजे भी यहा ऑक्सीजन समाप्त हो गई थी। ट्रांसपोर्ट नगर निवासी सर्वेश कुमार अपने चाचा के लिए ऑक्सीजन भरवाने के लिए 11.30 बजे से लाइन में लगे रहे।
जंहा इस बारें में उन्होंने कहा कि नंबर आने वाला ही था कि ऑक्सीजन समाप्त होने की सूचना दी गई। इसके बाद वह बब्बर गैस से ऑक्सीजन ले गए। हालांकि यशोदा नगर के नीरज गुप्ता ने बोला कि अब तक वे 15 सि¨लडर अपने चाचा के लिए ले चुके हैं। यहां से सिलिंडर भरवाने में कोई परेशानी नहीं होती। हालांकि ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाई जानी चाहिए, ताकि लोगों को इधर-उधर न भटकना पड़े। इससे पहले संडे दोपहर को जब ऑक्सीजन समाप्त हुई थी तो दूसरे प्लांट में रातभर ऑक्सीजन के लिए लोग भटकते रहे। रात में मुरारी व बब्बर गैस में ही 100-100 सि¨लडर की लाइन लगी हुई थी।
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