धनतेरस, जिसे धन त्रयोदशी भी कहा जाता है, दीपावली के पांच दिवसीय उत्सव की शुरुआत का प्रतीक है। यह पर्व हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन का विशेष महत्व है, क्योंकि इसे धन की देवी मां लक्ष्मी, भगवान धन्वंतरि, और कुबेर देव की पूजा के लिए समर्पित किया गया है। वही इस वर्ष धनतेरस का त्योहार 29 अक्टूबर 2024 को मनाया जाएगा। धनतेरस के दिन कुबेर यंत्र की पूजा करना भी अत्यंत लाभदायी माना जाता है। कुबेर यंत्र की पूजा करने से धन के देवता भगवान कुबेर की विशेष कृपा मिलती है।
धनतेरस के दिन करें इन कुबेर मंत्रों का जाप
कुबेर मंत्र:
ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये
धनधान्यसमृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा॥
कुबेर धन प्राप्ति मंत्र:
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः॥
कुबेर अष्टलक्ष्मी मंत्र:
ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्ट-लक्ष्मी मम गृहे धनं पुरय पुरय नमः॥
धनतेरस पूजा का महत्व
यदि आप धनतेरस के दिन देवी लक्ष्मी के साथ ही गणेश जी, कुबेर देव तथा धन्वंतरी जी की पूजा करते हैं तो धन-धान्य के साथ ही आपको आरोग्य की प्राप्ति भी होती है। इन देवी-देवताओं की पूजा के साथ ही आपको मंत्र जप भी इस दिन करने चाहिए। इनकी कृपा प्राप्त होने पर आर्थिक रूप से आप संपन्न होते हैं, घर में बरकत आती है तथा जीवन में आ रही कई समस्याओं का अंत होता है।
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