नई दिल्ली : आम तौर पर सेना के लोगो को ईमानदार माना जाता है.लेकिन सेना के कर्नल शैबल कुमार को पचास हजार रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किये जाने का मामला सामने आने के बाद अब सेना के अधिकारियों को भी शक की नजर से देखा जाएगा. कर्नल सेना की ईस्टर्न कमांड में कोलकाता में योजना व इंजीनियरिंग शाखा में तैनात था. रिश्वत देने वाली कंपनी के तीन अधिकारियों को भी पकड़ा गया है.
मिली जानकारी के अनुसार संबंधित कंपनी कुछ ऐसे उपकरण का निर्माण करती है जिनका इस्तेमाल चट्टानों को तोड़ने के लिए किया जाता है.ऐसे ही एक उपकरण की खरीद के लिए कर्नल शैबल कुमार ने एक लाख 80 हजार रुपए की मांग की थी. जिनमें से पचास हजार रुपए का भुगतान उसे फरवरी में पहली किश्त के रूप में कर दिया गया था.
इस बारे में सीबीआई के प्रवक्ता आरके गौड़ ने बताया कि सीबीआई को रिश्वतखोरी की भनक लगने पर कंपनी के लोगों पर निगाह रखी जा रही थी. जैसे ही दूसरी किश्त के रूप में पचास हजार रुपए कर्नल के सुपुर्द किये वैसे ही एजेंसी ने कंपनी के एमडी समेत तीन अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया. पचास हजार रुपए कर्नल के घर से बरामद किए गए.प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी का निदेशक रिश्वत की रकम देने पुणे से कोलकाता आया था. इस मामले में सीबीआई ने दोनों शहरों में चार ठिकानों पर दबिश दी हैं.
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