हॉलीवुड के महान एक्टर और डायरेक्टर चार्ली चैपलिन भले ही अब दुनिया में ना हो लेकिन उनके किरदार को याद कर आज भी लोग हंस पड़ते हैं. चार्ली का बचपन काफी संघर्षों में गुजरा था. उनकी मां को मेंटल अस्पताल में भर्ती किया गया था जिसके बाद चार्ली और उनके भाई को अपने पिता के साथ रहना पड़ता था. हालांकि कुछ सालों में चार्ली के पिता की भी मौत हो गई थी. धीरे-धीरे चार्ली ने एक्टिंग की ओर अपने कदम बढ़ाए और फिर एक समय ऐसा था जब वो अमेरिकी सिनेमा में अपनी छाप छोड़ गए.
शानदार एक्टिंग करने के बावजूद चार्ली पर साल 1952 में बैन लगा दिया था. जानकारी के मुताबिक चार्ली की फ़िल्में कम्युनिस्ट विचारों की होती थी जिसके कारण अमेरिका ने उन पर प्रतिबंध लगा दिया था. बैन होने के करीब 20 साल बाद यानी 1972 में चार्ली को ऑस्कर अवार्ड से सम्मानित किया गया था. खास बात तो ये है कि हॉलीवुड सिनेमा में चार्ली के योगदान को देखते हुए वहां मौजूद जनता ने उन्हें 12 मिनटों तक खडे़ होकर तालियां बजाई थी. जी हाँ... और ये ऑस्कर के इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा स्टैडिंग ओवेशन माना जाता है.
इतना ही नहीं महान वैज्ञानिक अलबर्ट आइंस्टीन ने भी ये इच्छा जताई थी कि वो अपनी जिंदगी में एक बार जरूर चार्ली चैपलिन से मिले. सूत्रों की माने तो जब चार्ली को इस बारे में पता चला था तो उन्होंने आइंस्टीन और उनकी पत्नी को डिनर के लिए इंवाइट किया था और दोनों के बीच काफी अच्छी दोस्ती हो गई थी. बता दें चार्ली ने साल 1977 में दुनिया को अलविदा कह दिया था.
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