1- गुप्त नवरात्रि 2019
2- या देवी सर्वभूतेषू दयारूपेण संस्तत,
नमस्तस्यै नमस्तयै नमस्तयै, नमस्तस्यै नमो नमः ।।
3- देवी माँ के कदम आपके घर में आयें,
आप ख़ुशी से नहायें,
परेशानियाँ आपसे आँखें चुरायें
4- माँ की आराधना का ये पर्व हैं,
माँ के नौ रूपों की भक्ति का पर्व हैं,
बिगड़े काम बनाने का पर्व हैं,
भक्ति का दिया दिल में जलाने का पर्व हैं
5- जगत पालनहार है माँ,
मुक्ति का धाम है माँ,
हमारी भक्ति का आधार है माँ,
सबकी रक्षा की अवतार है माँ
6- नव दीप जलें, नव फूल खिलें,
रोज़ माँ का आशिर्वाद मिले,
इस नवरात्री आपको वो सब मिले
जो आपका दिल चाहता हैं।
7- सारा जहां है जिसकी शरण में,
नमन है उस माँ के चरण में,
हम है उस माँ के चरणों की धूल,
आओ मिलकर माँ को चढ़ाएं श्रद्धा के फूल।
8- जब जब याद किया तुझे ए माँ
तूने आँचल में अपने आसरा दिया।
कलयुगी इस जहां में, एक तूने ही सहारा दिया।
9- माता तेरे चरणों मे
भेंट हम चढ़ाते हैं।
कभी नारियल तो
कभी फूल चढ़ाते हैं।
और झोलियाँ भर भर के
तेरे दर से लाते हैं।
10- शेरों वाली मैया के दरबार मैं
दुःख दर्द मिटाये जाते हैं,
जो भी दर पर आते हैं,
शरण में ले लिए जाते हैं..!!