भोपाल: हम सभी जानते हैं कि इस धरती में सबसे तेज दौड़ने वाला स्तनधारी जंतु चीता है। लेकिन कहीं ना कहीं भारत में चीतों की प्रजाति लगभग विलुप्त हो चुकी है, ऐसे में अब सरकार ने इन्हें देश में फिर से बसाने का निर्णय लिया है। जी दरअसल आने वाली नवंबर के महीने से इसकी प्रक्रिया शुरू होने वाली है। बताया जा रहा है कि अब चीतों को दक्षिण अफ्रिका से लाकर मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो राष्ट्रीय उद्यान में बसाया जाएगा। आप सभी जानते ही होंगे कि चीतों को अफ्रिका से लाने की बात काफी सालों से चली आ रही है और इस बार अगर सब कुछ ठीक रहा तो एक बार फिर से चीतों की आवाज सुनाई देगी।
बताया जा रहा है कि भारत सरकार करीब 10 साल से इन्हें अफ्रिका से लाने की तैयारी में जुटी हुई है। आपको याद हो तो धब्बेदार चीते की प्रजाति को आखिरी बार साल 1947 में मध्य प्रदेश के कोरिया गांव में देखा गया था। जी दरअसल यह उस समय की बात है जब मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ का विभाजन नहीं हुआ था। ऐसे में आज के समय में कोरिया इलाका मध्य प्रदेश में न होकर छत्तीसगढ़ राज्य में स्थित है। साल 1952 में इन धब्बेदार चीतों को देश में विलुप्त जानवरों की श्रेणी में शामिल कर लिया गया था। आपको हम यह भी बता दें कि मध्य प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह ने इस बारे में जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि, ''दक्षिण अफ्रीका से मध्य प्रदेश में 10 धब्बेदार चीते लाए जांगे और इन्हें कूनो राष्ट्रीय उद्यान में बसाया जाएगा।''
इसी के साथ उन्होंने यह भी बताया कि इन दस चीतों में पांच नर चीते होगें जबकि पांच मादा होंगी। आप सभी को हम यह भी बता दें कि कूनों राष्ट्रीय उद्यान 750 वर्ग किलोंमीटर के दायरे में फैला हुआ है। हाल ही में वन मंत्री ने बयान जारी करते हुए यह बताया है कि प्रेदश में चीतों को बसाने के लिए वित्तीय वर्ष 2021-22 में सरकार की तरफ से 14 करोड़ आवंटित किए गए थे।
आज है सोम प्रदोष व्रत, जानिए आज का पंचांग