लॉकडाउन और कोरोना संकट के बीच छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में सक्रिय नक्सली संगठन के प्लाटून 24 के डिप्टी कमांडर प्रदीप उर्फ भीमा कुंजाम ने गुरुवार को पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. उस पर आठ लाख रुपये का इनाम घोषित है. वह सुकमा जिले के बुर्कापाल में एंबुश लगाकर सीआरपीएफ के 25 जवानों की हत्या करने की वारदात में शामिल था.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि एसपी कार्यालय में डीआइजी सीआरपीएफ डीएन लाल और एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव के समक्ष आत्मसमर्पण करते हुए प्रदीप ने नक्सलवाद से तौबा की. उसने बताया कि वह 2008 से वह नक्सल संगठन में काम कर रहा है. सुकमा की वारदात के अलावा वह 26 जून 2011 में किरंदुल के पटेलपारा में पेट्रोलिंग पर निकली फोर्स पर हमला करने में शामिल था. उस हमले में टीआइ डीएन नागवंशी सहित तीन आरक्षक शहीद हुए थे.
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इसके अलावा मई 2012 में माड़ेंदा नाला के पास साथियों के साथ मिलकर सीआइएसएफ के वाहन को बम विस्फोट से उड़ा दिया था. इसमें पांच जवान शहीद और एक नागरिक मारा गया था. वही, बीजापुर जिले में सक्रिय नक्सलियों के गंगालूर एरिया कमेटी में 15 साल से सक्रिय माओवादी नेता गोपी मोडियम उर्फ मंगल ने महिला माओवादी डिप्टी कमांडर भारती उर्फ रामे के प्यार की खातिर पिछले दिनों पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था. दोनों आठ-आठ लाख रुपये के इनामी थे. साथ ही, गोपी मोडियम गंगालूर एरिया कमेटी में विभिन्न पदों पर काम कर चुका था. वह प्रेम प्रसंग के चलते कई बार नक्सली संगठन से निष्कासित किया जा चुका था. अब प्रेम की खातिर उसने माओवादी विचारधारा और हिंसा के रास्ते को त्यागने का फैसला किया.
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